एसपी हरीशंकर ने बताया कि जिले में वांछित अपराधियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जाकर वांछित अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान "ऑपरेशन शिकंजा" के तहत जारी दिशा-निर्देशानुसार श्री गोपालसिंह भाटी आरपीएस, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा एवं श्री शिव नारायण आर.पी.एस. वृताधिकारी बायतु के निकटतम सुपरविजन में भंवरलाल उ.नि. थानाधिकारी बायतु के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम व डीसीआरबी टीम द्वारा कस्बा बायतु में दुकान में अज्ञात आरोपियों द्वारा की गई आगजनी की घटना का पर्दाफाश कर 10,000/- रूपये के ईनामी अपराधी सरगना प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की गयी। घटना विवरणः- दिनांक 24.04.2025 को परिवादी ने पुलिस थाना बायतु पर उपस्थित होकर एक लिखित रिपोर्ट पेश कर बताया कि मेरी बायतु बाजार मे चवा रोड़ पर जे.सी. फैशन शॉप दुकान है। जिसमें दिनांक 24.04.2025 को सुबह करीबन 04.00 एएम बजे अज्ञात आरोपियों ने दुकान के शटर के नीचे ज्वलशील पदार्थ पेट्रोल डालकर योजनाबद्ध तरीके से जान बूझकर आग लगाकर दुकान में रखा 60,00000/- रूपये का कपडा, 4,70,000/- रूपये नकद, फर्नीचर, रेकर्ड, बिल, बहियां आदि को जला दिया जो जलकर नष्ट हो गया। वगैरा रिपोर्ट पर प्रकरण संख्या 34 दिनांक 24.04.2025 धारा 326(7), 324(5),3 (5) बीएनएस 2023 पंजीबद्ध किया गया। तकनीकी साक्ष्य और पारंपरिक पुलिसिंग से पहचान तक की यात्राः ज्ञातव्य है उक्त आगजनी की गंभीरता को देखते हुए श्रीमान् जिला पुलिस अधीक्षक, बालोतरा द्वारा थानाधिकारी बायतु के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया। टीमों ने घटनास्थल से भौतिक व तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर उनका विश्लेषण किया और आरोपियों की पहचान व गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए। मामले की गंभीरता को लेकर व्यापार मंडल एवं सर्व समाज ने ज्ञापन देकर धरना-प्रदर्शन किया, जिस पर प्रशासन ने पांच दिवस में गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। दोनों अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु ₹10,000-10,000 के इनाम की घोषणा की गई। पुलिस टीमों ने परम्परागत पुलिसिंग व तकनीकी डेटा के माध्यम से संदिग्धों की निगरानी की और पूछताछ की। जांच में सामने आया कि आरोपी चेहरे ढँककर व चादर ओढ़कर वारदात को अंजाम दे रहे थे, जिससे पहचान छुपी रहे। उन्होंने कैमरों से बचने के लिए फिल्मी तरीके अपनाए। इसके बावजूद पुलिस थाना बायतू की अनुभवी टीम ने अपनी पैनी दृष्टि, पारंपरिक पुलिसिंग शैली तथा तकनीकी सहायता से इनकी पहचान सुनिश्चित की और प्रकरण में नामजद किया। यह कार्य आपराधिक प्रवृति के बदमाशों के भ्रम को तोड़ने और अपराधियों की मंशा को विफल करने की दिशा में पुलिस की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही। आरोपी की गिरफ्तारी, पृष्ठभूमि और स्वीकारोक्तिः मुख्य आरोपी प्रेमप्रकाश को नामजद करते हुए पुलिस टीम ने बाड़मेर शहर से दस्तयाब कर विधिवत गिरफ्तार किया। वह एक शातिर व आदतन अपराधी है, जिसके विरुद्ध चोरी, नकबजनी व लूट के करीब 10 प्रकरण दर्ज हैं। घटना से पूर्व उसने अपने सहयोगी के साथ रेकी की और पहचान छुपाने हेतु गमछा, चादर व हवाई चप्पल का उपयोग किया। वारदात के बाद वह बायतू की तंग गलियों से मोटरसाइकिल पर भाग निकला ताकि यह लगे कि अपराध किसी स्थानीय व्यक्ति ने किया हो। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि घटना योजनाबद्ध थी और साधारण वेशभूषा अपनाकर पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास किया गया। पुलिस टीम ने इस मंशा को विफल करते हुए पारंपरिक अनुभव, तकनीकी विश्लेषण एवं जमीनी सूचना तंत्र का उपयोग कर उसे गिरफ्तार किया। वर्तमान में आरोपी से उसके सहयोगियों एवं पूरे नेटवर्क के बारे में गहन पूछताछ की जा रही है, जिससे आगजनी की इस साजिश में शामिल सभी अन्य बदमाशों की पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके। गिरफ्तार मुलजिमः-. प्रेमप्रकाश पुत्र देवाराम जाति जाट उम्र 24 साल पैशा मजदूरी निवासी दोलोणियो का तला, मोतियोणियों का तला सांजटा पुलिस थाना सदर बाड़मेर जिला बाड़मेर।