गुमानपुरा थाना क्षेत्र में कार सवार बदमाशों ने चॉकलेट का लालच देखकर 5 वर्षीय बालिका का अपहरण कर अपने साथ ले गए। गनीमत रही कि पुलिस की ट्रिगर देख बदमाश बच्ची को रास्ते मे ही छोड़कर भाग निकले, जिससे बड़ी घटना होने से टल गई। घटना की जानकारी मिलते ही गुमानपुरा थाना पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

बालिका की माँ ने बताया कि उनकी बेटी का स्कूल कोटडी दालमिल के पास है और शाम को वही पर ट्यूशन के लिए जाती है। त्योहारों के चलते ट्यूशन की दो दिन से छुट्टी चल रही थी। आज 4.30 बजे करीब जब वह बच्ची की ट्यूशन के लिए छोड़ने जा रही थी तो बेटी ट्यूशन नही जाने के लिए गुस्सा हो रही थी। जमाल चोक के आगे बैठी हाथ छुड़ा कर ट्यूशन क्लास की ओर भाग गई। ट्यूशन क्लास की ओर जाता देखकर वह वापस लोट आई। जब बच्ची ट्यूशन से घर वापस नही तो बेटी की तलाश शुरू की। शाम 7 बजे एक व्यक्ति का फोन आया जिसने बताया कि उनकी बेटी उड़िया बस्ती दादाबाड़ी में है। दोनों पति पत्नी तुरंत मौके पर पहुचे। पूछताछ करने पर बेटी ने यहां तक आने की कहानी सुनाई तो दोनों पति पत्नी के होश उड़ गए।

बालिका ने बताया की दालमिल के पास हनुमान मंदिर की गली में टॉयलेट कर रही थी इसी दौरान कार में सवार एक व्यक्ति ने उसे चॉकलेट के बहाने से पास बुलाया और मुह दबाकर कार में बैठा कर अपने साथ ले गए। रास्ते मे पुलिस गाड़ी की आवाज आने पर उन्होंने उसे कार से नीचे उतारा और कार लेकर निकल गए।  

बालिका के हाथ पर कलर पेंट के निशान देख पिता को किया फोन:

पीड़ित परिजन ने बताया कि बच्ची के पिता कलर पेंट का काम करते है। पेंट के कुछ निशान बच्ची के हाथ लर भी लगे हुए थे। बच्ची को रस्ते में रोता देख मौके पर मौजूद लोगों ने उसके माता पिता के बारे में पूछताछ की। इसी दौरान बच्ची की पिता के दोस्त को पता चलते ही उन्होंने फोन कर पिता को सूचना दी।

सीसीटीवी फुटेज की जांच में जुटी पुलिस:

नाबालिग के अपहरण के प्रयास की जानकारी लगते ही पुलिस बच्ची को लेकर घटना स्थल पर पहुँची ओर यहां आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। घटना स्थल का निरीक्षण कर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

गुमानपुरा थानाधिकारी अनिल टेलर ने बताया कि नाबालिग बालिका के अपहरण के प्रयास का मामला सामने आया है। बच्ची से पूछताछ के आधार पर घटना स्थल का निरीक्षण कर सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, अनुसंधान जारी है।