बालोतरा:- निकटवर्ती कनाना ग्राम में विशाल ललिता सहस्त्रनाम अनुष्ठान का आयोजन षष्ठी तिथि तीन अप्रैल 2025से प्रारंभ होगा जो करीब एक वर्ष तक 365 दिन तक जारी रहेगा।इसकी पूर्णाहुति,सहस्त्रकुंडीय यज्ञ होगा , चैत्र नवरात्र की षष्ठी तिथि 2026 को होगी। इसका शुभारंभ आयोजन षष्ठी तिथि को कलश यात्रा से प्रारंभ होगा जिसमें करीब ग्यारह सौ बालिकाएं मंगल कलश यात्रा में शरीक होकर ग्राम के विभिन्न मार्गों से होते हुए कार्यक्रम स्थल तक वरघोड़े के रूप में यात्रा का आयोजन होगा। चैत्र नवरात्र में षष्ठी तिथि से मां ललिता सहस्रनाम अनुष्ठान महायज्ञ का प्रारंभ होगा जिसमें करीब एक हजार से अधिक वेदपाठी विद्वान ब्राह्मणों द्वारा वैदिक पद्वति से इस महायज्ञ अनुष्ठान पूर्णाहुति को संपन्न करवाया जाएगा।इस कार्यक्रम में ब्रह्मचारी विद्वान बालकों द्वारा ही महाएगी अनुष्ठान को संपन्न करवाया जायेगा।ललीता सहस्रनाम पाठ का अखंड स्तवन होगा होगा, जो 24 सौ घंटे चलेगा। प्रतिदिन अभिषेक होगा और प्रतिदिन दिव्य दिव्य पदार्थों द्वारा पृथक पृथक रूप से मां का सहस्त्राचन होगा और प्रतिदिन हवन होगा, अभिषेक होगा,और यह पाठात्मक अर्चनात्मक अभिषेका त्मक हवनात्मकहोगा। इस संदर्भ में जानकारी देते हुए संत शिरोमणी विद्वान संत और श्रीमहंत कनाना के मठाधीश श्री श्री परशुराम गिरी महाराज द्वारा ने सीमांत केसरी को यह जानकारी देते हुए बताया कि मां ललिता सहस्त्रनाम अनुष्ठान के इस आयोजन में भारतवर्ष से बड़े बड़े संत महात्मा,आचार्य अवधेशानंद जी महाराज विद्वान संत महात्माओं का पदार्पण होगा।कनाना की तपोभूमि पर आयोजित होने वाले इस अनुष्ठान में वेदपाठी विद्वान ब्राह्मणों द्वारा वैदिक पद्वति से इस अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा और वर्ष चैत्र नवरात्र की षष्ठी तिथि 2025 को प्रारंभ होने वाला यह अनुष्ठान एक वर्ष 2026 चैत्र नवरात्र षष्ठी तिथि को ही पूर्णाहुति के साथ संपन्न होगा इससे बालोतरा बाड़मेर जिले के साथ ही राजस्थान प्रदेश ही नहीं अपितु संपूर्ण भारत वर्ष को इस अनुष्ठान का लाभ प्राप्त होगा। इसकी तैयारी को लेकर श्री मठ कनाना से जुड़े सैकड़ों भाविक उत्साहित हों रहे है और अनुष्ठान को भव्य और सफल बनाने की दिशा में पहल करते हुए दिन रात एक कर रहे है।