मोदी सरकार कर रही है स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान को अक्षुण्ण रखने का कार्य: चुग
शहीदी दिवस पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को तरुण चुग ने दी श्रद्धांजलि
लाहौरी गेट स्थित तरुण चुग के कार्यालय पर आज शहीदी दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम देश के महान सपूतों—शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की स्मृति में आयोजित किया गया। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि "आज 23 मार्च है — वो दिन जब भारत मां के तीन वीर सपूतों ने हँसते-हँसते फांसी के फंदे को चूम लिया। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु — ये सिर्फ नाम नहीं, बल्कि बलिदान, साहस और मातृभूमि के प्रति अगाध प्रेम की जीवंत मिसाल हैं।"
चुग ने कहा कि आज़ादी की लड़ाई के दौरान जब अंग्रेजों की बर्बरता अपने चरम पर थी, तब देश के एक विचारशील युवा के मन में क्रांति की चिंगारी भड़क उठी। जलियांवाला बाग का नरसंहार उसके अंतर्मन को झकझोर गया और यह घटना उसके सोचने और जीने के तरीके को हमेशा के लिए बदल गई। वही युवा आगे चलकर भगत सिंह के रूप में देश की क्रांतिकारी चेतना का प्रतीक बना—एक ऐसा नाम, जिसने न केवल अंग्रेजी हुकूमत की नींव को हिलाया, बल्कि भारत के युवाओं को अन्याय के विरुद्ध खड़े होने की प्रेरणा दी।
चुग ने जोड़ा कि "23 मार्च 1931 को जब इन तीनों क्रांतिकारियों को फांसी दी गई, तब उनके चेहरे पर कोई भय नहीं था। उन्होंने मृत्यु का वरण इस भाव से किया जैसे कोई योद्धा रणभूमि में वीरगति को प्राप्त करता है। जिस उम्र में युवा अपने भविष्य के सपने देखते हैं, उस उम्र में इन महान सपूतों ने अपना जीवन भारत माता को अर्पित कर दिया।"
चुग ने कहा कि आज का दिन सिर्फ इन तीन शहीदों को याद करने का नहीं, बल्कि उस जज्बे को नमन करने का दिन है, जिसने समूचे अंग्रेजी साम्राज्य को हिला दिया था। उन्होंने कहा कि "इनकी आवाज़, इनकी विचारधारा आज भी हमारी नसों में जोश भरती है। यह बलिदान हमें हर अन्याय के खिलाफ डटकर खड़े होने की प्रेरणा देता है।"
चुग ने जोड़ा कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने एक नई संवेदनशीलता के साथ अपने स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों को स्मरण करना शुरू किया है। जलियांवाला बाग स्मारक का पुनरुद्धार, भगत सिंह और अन्य क्रांतिकारियों की याद में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम, और अमृत महोत्सव के अंतर्गत देशभर में चलाए जा रहे स्मृति अभियानों के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने यह सुनिश्चित किया है कि हमारे बलिदानी वीरों की गाथा आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचे। प्रधानमंत्री मोदी का यह संकल्प है कि देश की नींव रखने वाले इन नायकों का सम्मान हर युग में अक्षुण्ण रहे।"
कार्यक्रम के अंत में चुग ने समस्त देशवासियों की ओर से इन तीनों शहीदों को श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए कहा कि "हम उनकी शहादत को कभी नहीं भूल सकते। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु भारत माता की ऐसी विभूतियाँ हैं, जिनका बलिदान युगों-युगों तक स्मरणीय रहेगा।"