महाकुंभ के समापन पर लक्ष्मी नारायण मंदिर में नगर कन्या भोज के साथ भंडारे का आयोजन 

 ककरहटी:- 144 वर्ष के बाद प्रयागराज महाकुंभ मैं कल्पवास करने के बाद श्री श्री 108 श्री महा त्यागी सेवा दास जी महाराज की कृपा से श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर ककरहटी मैं 8 मार्च दिन शनिवार को नगर कन्या भोज के साथ भक्त जनों के विशाल भंडारे का आयोजन अखंड रामधुन की शांति के अवसर पर किया गया! इस शुभ अवसर पर लक्ष्मी नारायण मंदिर के महंत श्री नारायणदास जी महाराज, बृंदाबन से पधारे श्री ब्रजदास जी महाराज हरिद्वार से ब्रम्हानंद जी महाराज तथा अहमदाबाद से बेदपाठी श्री अमित पाण्डेय जी का सानिध्य भी भक्तजनों को प्राप्त हुआ प्रसाद भंडारे में नगर सहित ग्रामीण अंचलो की कन्याओ का देवी रूप में प्रसाद ग्रहण कराने के लिए श्रद्धा के साथ निमंत्रण किया गया एवं उनका तिलकबंदन कर प्रसाद ग्रहण कराने के साथ दक्षिणा भी अर्पित की गई! कन्याओ के साथ साथ नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के भक्तजनों को भी आदर के साथ प्रसाद ग्रहण कराया गया!

अखंड तपस्वी निराहारी संत के दर्शनों को उमड़े भक्त 

 बयोब्रद्ध अखंड निराहारी संत श्री श्री 108 श्री महात्यागी सेवादास जी महाराज के दर्शन एवं आशीर्वाद पाने के लिए नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र के भक्तगण 

उमड़ पड़े महात्यागी सेवादास जी महाराज जिनकी आयु 100 वर्ष से अधिक हो चुकी है जो बाल ब्रह्मचारी के साथ-साथ बचपन से ही निराहारी है जिनकी ख्याति हिमाचल दिल्ली राजस्थान गुजरात मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश सहित अनेक राज्यों में है और सारे देश में उनके हजारों शिष्य हैं जिस भक्त पर महाराज जी की कृपा हो जाती उसके सारे दुःख क्षणभर में दूर हो जाते हैं ऐसे महान तपस्वी संत के दुर्लभ दर्शन कर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र के भक्तिगण धन्य हो गए!