उमंग संस्थान द्वारा स्वास्थ्य चेतना कार्यशाला का आयोजन

बिना दवा के स्वस्थता की प्रक्रिया है फिजियोथैरेपी 

बूंदी। उमंग संस्थान के तत्वावधान में वरिष्ठजन स्वास्थ्य चेतना कार्यशाला का आयोजन किया गया। रजत गृह स्थित डिलाइट फिजियोथैरेपी क्लिनिक पर आयोजित जनचेतना कार्यशाला में पर्यावरणविद वरिष्ठ नागरिक विट्ठल सनाढ्य मुख्य अतिथि रहे अध्यक्षता सेवानिवृत्त लेखा अधिकारी शिवकुमार शर्मा ने की। बिना दवा के स्वस्थ कैसे रहें विषय पर आयोजित फिजियोथैरेपी पद्धति पर जनचेतना कार्यशाला में संगठन के मेडिकल प्रभारी डॉ अभिलेश शर्मा ने मुख्य वक्ता के रूप में दवा रहित चिकित्सा पद्धति के विभिन्न आयामो का प्रायोगिक प्रदर्शन किया एवं उनकी उपयोगिता की जानकारी दी।  

मुख्य अतिथि के रूप में कार्यशाला में बोलते हुए विट्ठल सनाढ्य ने कहा कि बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना बहुत आवश्यक है, लंबे समय तक गोली दवाई लेने से भी स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव दिखाई देते हैं। ऐसे में कुछ उपयोगी तकनीक के माध्यम से शीघ्रता से व बिना दवा के इलाज की पद्धति फिजियोथैरेपी बुजुर्गों के लिए वरदान है। उन्होंने जागरूकता की दिशा में आयोजन को सार्थक प्रयास बताया। मुख्य वक्ता के रूप में विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ अभिलेश ने कार्यशाला में संभागियों को लेजर थेरेपी मशीन द्वारा दवा रहित निदान, नवीन कोशिका जेनरेशन, डायबिटिक नों हीलिंग वुंड (घाव) में सुधार तकनीक, भार प्रबंधन, कपिंग हिजामा थैरेपी, कोल्ड लेजर की क्रियाविधि का प्रायोगिक प्रदर्शन किया। शिवकुमार शर्मा ने बुजुर्गों को स्वस्थता की दिशा में स्वास्थ्य के प्रति सजगता के साथ उपयोगी नवीन तकनीकों को अपनाने हेतु प्रेरित किया वही संभागी अजय पांडे ने एक्सीडेंट के बाद तेजी से रिकवरी में पद्धति को अति उपयोगी बताया। वहीं दाखा बाई ने अनुभव साझा करते हुए जोड़ो व घुटनों की पीड़ा में बिना गोली दवा के इलाज में फिजियोथैरेपी को उपयोगी बताया। सेवानिवृत सहायक लेखा अधिकारी प्रभुदत्त शर्मा व समन्वयक डॉ सर्वेश तिवारी ने आभार प्रकट किया। संगठन सचिव कृष्णकांत राठौर ने कहा कि वर्तमान समय में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बेहद आवश्यक हो गई है, बुजुर्गों के लिए दवाओं से रहित फिजियोथैरेपी के प्रति जागरूक करने हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला में घनश्याम, गणेश कंवर, अंकुश्री, उमा शर्मा, डिजिटल क्रिएशन से दीपक नामा व फ़रदीन अंसारी सहित संस्थान सदस्यों ने ने सहभागिता की।