कोटा हार्ट एवं श्रीजी हॉस्पिटल में कमर दर्द की आम समस्या स्लिप डिस्क का आधुनिक मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी (MISS) तकनीक से सफल ऑपरेशन हुआ। दक्षिण राजस्थान में कोटा एवं निकट संभाग में यह पहला दूरबीन (माइक्रोएंडोस्कोपिका तकनीक ‌द्वारा रीढ़ का ऑपरेशन हॉ मुकुल जैन ‌द्वारा किया गया।

26 वर्षीय चौमहला, जिला झालावाड़ निवासी छात्र का कमर में दर्द और चलते समय दोनों पैर भारी और सुन्न होने की तकलीफ 3 महीने से चल रही थी। इसकी बजह से उसको पढ़ने के लिए बैठने और चलने में काफी दर्द और परेशानी का सामना करना पड़ता था। जब उस मरीज ने कोटा हार्ट में मिनिमली इन्वेसिव स्पाइन सर्जन डॉ मुकुल जैन को दिखाया तो एम आर आई करवाई और पता चला कि घंटो कमर से झुककर बैठकर पढ़ने, शरीर के अत्यधिक वजन के कारण और दैनिक जीवन में कोई व्यायाम नहीं करने के कारण उसकी कमर में रीढ़ का आखरी छल्ला (L5-S1 डिस्का पूरा घिस गया और नस (स्पाइनल कॉर्ड) को 90 प्रतिशत तक (लम्बर कैनाल स्टेनोसिस) दबा रहा था।

ऑपरेशन का नाम सुनकर छात्र और परिजन काफी चिंतित थे, पर जब उन्हें पता चला की उनका ऑपेरशन अत्याधुनिक तकनीक (MIS TLIF) से किया जायेगा और यह सुविधा उनको अपने कोटा शहर में ही सुलभ हो सकेगी, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

डॉ मुकुल जैन एवं ऑपरेशन टीम में निश्चेतक डॉ अलित गोयल, डॉ विनय भार्गव, डॉ सलोनी गुप्ता और रेमोल, बु‌द्धि प्रकाश, मयंक, तन्मय, युबराज आदि शामिल थे। इस ऑपरेशन को MISS तकनीक से 2 घंटे में पूरा किया गया। डॉ जैन ने बताया की इस ऑपरेशन में न कोई रक्त बहाव, न कोई मांसपेशियों की क्षति, न कोई आराम या परहेज रहता है। मरीज ऑपरेशन के 6 घंटे बाद ही बिना किसी सहारे के चलने लगा और अगले दिन छु‌ट्टी कर दिया गया।

डॉ जैन ने इस तकनीक के लिए विशेष प्रशिक्षण मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल एवं बॉम्बे हॉस्पिटल में 2 वर्ष की स्पाइन फैलोशिप में लिया और उसके बाद AO ग्लोबल स्पाइन डिप्लोमा किया। इसके बाद भी जापान, दक्षिण कोरिया एवं जर्मनी से विश्व की आधुनिकतम स्पाइन सर्जरी का गहन अनुभव प्राप्त किया है। श्रीजी अस्पताल निदेशक बरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ राकेश जिंदल ने बताया की कोटा क्षेत्र के लिए यह एक बहुत ही विशेष उपलब्धि है और इससे जो इलाज के लिए मरीज को बॉम्बे जैसे बड़े शहर जाना पड़ता था, और काफी महंगा इलाज करवाना पड़ता था, उससे काफी हद तक राहत मिलेगी।