सफलता के मंत्र और तनाव प्रबंधन पर दिए अहम सुझाव*
*मॉक टेस्ट में गलतियां करना, सीखने का संकेत, घबराने की जरूरत नहीं*
*जिंदगी खूबसूरत है, इसे तनाव में उलझाएं नहीं-कलक्टर*
कोटा, 30 जनवरी। कोटा में अध्ययनरत कोचिंग छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और सफलता की राह को आसान बनाने के लिए जिला कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने ‘कामयाब कोटा‘ और ‘कोटा केयर्स‘ पहल के तहत कोचिंग संस्थानों के छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद किया। इस दौरान कोंिचंग विद्यार्थियों ने अपनी शंकाएं, भय और असफलताओं के बारे मे खुलकर बात की, जिस पर कलेक्टर ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों और प्रेरक उदाहरणों के माध्यम से समाधान सुझाए।
*सफलता के लिए अनुशासन और सही रणनीति जरूरी*
छात्रों को प्रेरित करते हुए डॉ. गोस्वामी ने कहा कि जीवन में सफल होने के लिए अनुशासन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने अपने खुद के अनुभव साझा करते हुए बताया कि पीएमटी के पहले प्रयास में असफल होने के बाद उन्होंने आत्ममंथन किया और यह समझा कि सिर्फ मेहनत ही नहीं, बल्कि सही रणनीति भी सफलता के लिए आवश्यक है। उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए 80ः20 रूल अपनाने की सलाह दी, जिसमें पुराने प्रश्नपत्रों और सिलेबस का विश्लेषण कर महत्वपूर्ण टॉपिक्स पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
उन्होंने आइज़ेन हॉवर मैट्रिक्स को सरल शब्दों में समझाते हुए कहा कि परीक्षा में और जीवन में क्या करना है से अधिक महत्वपूर्ण है क्या नहीं करना है। जब यह स्पष्ट हो जाता है, तो सफलता निश्चित होती है। परीक्षा पैटर्न में बदलाव पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि किसी भी बदलाव का प्रभाव सभी छात्रों पर समान रूप से पड़ता है, इसलिए इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है।
मॉक टेस्ट से सीखें, असफलता से घबराएं नहीं:
जिला कलक्टर ने कहा कि परीक्षा से कुछ महीने पहले से ही नियमित मॉक टेस्ट देने और विशिष्ट प्रश्नों को हल करने की आदत डालनी चाहिए। यदि मॉक टेस्ट या कक्षा में प्रदर्शन अच्छा नहीं आ रहा, तो घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यही गलतियां वास्तविक परीक्षा में सुधार में मदद करेंगी।
उन्होंने छात्रों से अपने माता-पिता के साथ संवाद बनाए रखने की अपील की और कहा कि हर छात्र को दिन में कम से कम एक बार अपने परिवार से अवश्य बात करनी चाहिए, क्योंकि माता-पिता ही उनके सबसे बड़े शुभचिंतक होते हैं। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि जिंदगी खूबसूरत है, इसे तनाव में उलझाने की आवश्यकता नहीं है।