शहर में विज्ञान नगर थाने इलाके में एक कोचिंग स्टूडेंटस के साथ मारपीट और जबरन कार में बैठाने हफ्ता वसूली का मामला आया है। घटना से जुड़ा ब्लैक स्कॉर्पियों का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। स्टूडेंट के परिजन भी दिल्ली से कोटा पहुचे। माता पिता ने कोटा पहुंच शुक्रवार को विज्ञाननगर थाने में केस दर्ज करवाया। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी आया सामने। स्टूडेंट की माँ किरण गंगवाल ने बताया कि उनका बेटा हैजल छह महिने पहले कोटा आया था। यहां नीट की कोचिंग कर रहा है। जब मैने मंगलवार को बेटे हैजल को फोन किया तो उसने नहीं उठाया तो चिंता हुई। हॉस्टल में फोन किया तब उन्होंने बताया कि दो दिनों से आपका बेटा कमरे से बाहर भी नहीं निकला। न ही किसी से कुछ बात कर रहा है। तब बेटे के दोस्त से पूछा तो उसने बताया कि हैजल किसी मुसीबत में है। वह दिल्ली से तुरंत कोटा पहुँचे। बेटे ने बताया कि 4 से 5 लोगो ने उसके साथ मारपीट की ओर जबरन कार में बैठा कर घुमाया। चाकू की नोंक पर हर महिने पांच हजार रूपए का हफ्ता मांगा। बेटे ने उनकी मांग पूरी करने की बात कहने पर उसे वापस छोड़ा गया। हैजल ने बताया कि सोमवार को एक ब्लैक स्कॉर्पियों में 4 से 5 बदमाश उसके हॉस्टल में आये। दो बदमाशो ने उसे कमरे से बाहर बुलाकर लेकर गए। हॉस्टल से थोड़ी दूर ले जाकर उसे कार में जबरन बैठा कर ले गए। युवकों ने काफी देर तक धमकाया। चाकू दिखाकर मारपीट भी की। इस दौरान मेेरे ही एक दोस्त को फोन किया ओर कहा की हमने तेरे दोस्त को उठा लिया है। अब देखते है तू क्या कर लेगा। मेरा दोस्त ग्वालियर गया हुआ था। इस दौरान काफी देर तक झालावाड़ रोड़ पर कार में घुमाते रहे। जब उन्होंने कहा कि अब तू हमें हर महिने पांच हजार रूपए का हफ्ता देगा। मेने उन्हें पैसे देने की हा कही तब उन्होंने मुजे पीछे गली में छोड़ा। विज्ञान नगर थाना इंचार्ज मुकेश मीणा ने बताया कि पैसे लेन देने का विवाद था। इसलिए इसको गाड़ी में बैठाकर ले गए थे। बाद में छोड़ दिया था। दो लोगो को पकड़ लिया है जांच की जा रही है।
बेटे को कोटा में छोड़ने से डर रहा परिवार
परिजनों ने कहा कि बेटे के साथ में हुई वारदात से वह काफी डरे हुए है। बेटे को कोटा छोडने से उन्हें अब डर लग रहा है। यदि बेटे के साथ कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। मां किरण ने स्थानीय पुलिस प्रशासन से मांग की है। बेटे को कीडनैप करने, मारपीट करने, उससे हफ्ता मांगने वालों को पुलिस गिरफ्तार करे। बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, ताकि बदमाश इस तरह की वारदात दूसरे बच्चों के साथ ना करें।