रोते हुए को हंसाना और गिरते हुए को उठाना ही सच्चा मानव धर्म - संत जयराम

बून्दी। वर्ष के अंतिम रविवार को संत निरंकारी सत्संग भवन में आयोजित आध्यात्मिक सत्संग संत जयराम ने आध्यात्मिक मार्गदर्शन करते हुए कहा कि भक्ति के अनेक रूप हो सकते हैं लेकिन समर्पित भाव से की गई भक्ति ईश्वर को पसंद है। इन्होंने कहा कि पीड़ितों को देखकर मन में करुणा दया जागे तो समझो ईश्वर के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा है। सच्चा धर्म ही मानवता की सेवा करना है, जहां प्रेम है वही परमात्मा मौजूद है। इन्होंने कहा कि मानव जीवन का प्रथम एवं अंतिम लक्ष्य प्रभु की प्राप्ति हैं।

महेश चांदवानी ने बताया कि इस वर्ष दौरान वर्ष पर्यन्त कड़वे मीठे अनुभवो के साज्ञि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व अजमेर रोड अग्नि हादसे में दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए नववर्ष 2025 में सभी की खुशहाली व रोगमुक्ति की प्रार्थना की गई। सत्संग में श्रद्धालु महिला पुरुषों ने वैराग्य भरे आध्यात्मिक भजनों की प्रस्तुति दी। जिसमें कोटा बूंदी गंगापुर ,हिंडोली, रानीपुरा व आसपास के क्षेत्र से पधारे श्रद्धालुओं ने लाभ प्राप्त किया।