अमेरिका की एक कंपनी ने हाल में कहा कि भारत में AI के लिए इंटरप्राइजेज को डेटा की उपलब्धता और उसका स्टोरेज सबसे बड़ी चुनौती होगी। इन्हीं सभी बातों को ध्यान में रखकर सरकार ने देश में AI संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत कर दी है। ताकि भविष्य में देश के सभी वर्ग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का फायदा मिल सके।

अमेरिका की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी प्योर स्टोरेज ने हाल ही में कहा कि भारत में AI के लिए इंटरप्राइजेज को डेटा की उपलब्धता और उसका स्टोरेज सबसे बड़ी चुनौती होगी। इस प्रकार की चुनौतियों को देखते हुए ही सरकार ने देश में AI संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की शुरुआत कर दी है। ताकि भविष्य में देश के सभी वर्ग को AI का फायदा मिल सके और भारत AI में दुनिया का नेतृत्व कर सके।
 
27 शहरों में खुलेगा डेटा लैब
 
इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्रालय के मुताबिक देश के 27 टियर-2 और टियर-3 शहरों में डेटा लैब की स्थापना करने की तैयारी शुरू हो गई है। नई दिल्ली स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफार्मेशन टेक्नोलाजी में इंडिया AI का एक मॉडल डेटा लैब स्थापित किया गया है। ऐसे ही डेटा लैब की स्थापना उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, लखनऊ, बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, बक्सर में की जाएगी। हरियाणा के कुरूक्षेत्र, पंजाब के रोपड़, हिमाचल प्रदेश के शिमला, झारखंड के रांची, उत्तराखंड के हरिद्वार, जम्मू-कश्मीर के जम्मू व श्रीनगर, राजस्थान के बीकानेर, महाराष्ट्र के औरंगाबाद जैसे शहरों में भी डेटा लैब की स्थापना होगी।
 
डेटा लैब की स्थापना के साथ सरकार AI के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर युवाओं को प्रशिक्षित करने की भी शुरुआत कर चुकी है। क्योंकि भविष्य में हेल्थकेयर, कृषि, शिक्षा जैसे कई सेक्टर में AI का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होगा। वहीं देश के साथ दुनिया भर में AI प्रशिक्षित श्रम बल की बड़ी संख्या में जरूरत होगी। इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्रालय नैसकॉम के साथ मिलकर फ्यूचर स्किल प्राइम नामक प्लेटफार्म चला रहा है, जिसके तहत बिग डाटा एनालिटिक्स, रोबोटिक्स प्रोसेस ऑटोमेशन, एडिटिव मैन्यूफैक्चरिंग, 3डी प्रिंटिंग, क्लाउट कंप्यूटिंग, सोशल एंड मोबाइल, साइबर सिक्योरिटी, वर्चुअल रियलिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स एंड ब्लॉकचेन जैसे सेक्टर में इस प्लेटफार्म के जरिए प्रशिक्षण लिया जा सकता है।