पिता की मौत के बाद छोटी बेटी ज्योति सुहेल के किया पगड़ी दस्तूर
बूंदी। वर्तमान में बेटियां भी बेटों से कम नहीं होती है, इसका उदहारण बूंदी शहर के उंदालिया की डूंगरी में तीन बेटियों ने पिता की मौत के बाद सारे रस्म रिवाज निभाए। शनिवार को पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम था, जिसमें सबसे छोटी बेटी ज्योति सुहेल के पिता की पगड़ी बंधवाई।
बूंदी। वर्तमान में बेटियां भी बेटों से कम नहीं होती है, इसका उदहारण बूंदी शहर के उंदालिया की डूंगरी में तीन बेटियों ने पिता की मौत के बाद सारे रस्म रिवाज निभाए। शनिवार को पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम था, जिसमें सबसे छोटी बेटी ज्योति सुहेल के पिता की पगड़ी बंधवाई।
जानकारी के अनुसार सेवानिवृत्त वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक प्रेम शंकर सुहेल का निधन हो गया था। उनके तीन पुत्रियां अमिता, रेखा एवं ज्योति ने बेटा बनकर सारे रिवाज पूरे किए। तीनों बेटियों ने चिता को मुखाग्नि भी दी थी, उसके बाद शनिवार को पिता की पगड़ी दस्तूर का कार्यक्रम था। जिस पर छोटी बेटी ज्योति सुहेल के सिर पर पगड़ी बंधवाई। इस दौरान जिले भर से बड़ी संख्या में समाज के महिला पुरुष मौजूद रहे।