आवेदक की ईमेल पर ई-पैन बिना किसी शुल्क के तुरंत डिलीवर हो जाएगा और मामूली फीस के साथ फिजिकल कार्ड भी प्राप्त किया जा सकता है। नई तकनीकी सुविधाओं के जुड़ने के बाद भी सवाल स्वाभाविक है कि नया पैन कार्ड बढ़ते साइबर फ्राड से बचाने में सक्षम होगा या नहीं। जिस तरह साइबर अपराधी लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं उससे बचाने में नया कार्ड कितना सक्षम होगा।
आयकर विभाग ने पैन (पर्मानेंट अकाउंट नंबर) कार्ड के अपग्रेडेड वर्जन 'पैन 2.0' को लांच किया है। इसमें मुख्य रूप से तीन बातों का ध्यान रखा गया है, पहला, असेसिबिलिटी पहले से बेहतर होगी, दूसरा डाटा स्टोरेज सुरक्षित और तीसरा एप्लीकेशन वेरिफिकेशन व की प्रक्रिया सरल होगी। चूंकि, नए पैन कार्ड में क्यूआर कोड की सुविधा होगी, इससे डिजिटल कार्यों में इसका प्रयोग पहले से आसान हो जाएगा।
साइबर फ्रॉड से कैसे रहें सेफ
आवेदक की ईमेल पर ई-पैन बिना किसी शुल्क के तुरंत डिलीवर हो जाएगा और मामूली फीस के साथ फिजिकल कार्ड भी प्राप्त किया जा सकता है। नई तकनीकी सुविधाओं के जुड़ने के बाद भी सवाल स्वाभाविक है कि नया पैन कार्ड बढ़ते साइबर फ्राड से बचाने में सक्षम होगा या नहीं। जिस तरह साइबर अपराधी लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं, उससे बचाने में नया कार्ड कितना सक्षम होगा, आइए जानते हैं।