राजस्थान के बालोतरा जिले में मामूली कहासुनी के बाद दिनदहाड़े एक दलित युवक की चाकू घोंपकर हत्या (Balotra Murder Case)  कर दी गई. घटना का सीसीटीवी इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें घर के बाहर खड़े वाहन को हटाने के विवाद में कुछ युवक एक शख्स की हत्या करते हुए नजर आ रहे हैं. इस मामले में अब सियासत गरमा गई है और विपक्षी कांग्रेस (Congress) पार्टी के नेता भजनलाल सरकार (Bhajanlal Government) को निशाने पर ले रहे हैं. राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार शाम एक्स पर लिखा, 'बालोतरा में एक दलित युवक की हत्या राज्य में कमजोर होती कानून-व्यवस्था का नमूना है. यह बेहद निंदनीय है कि दिनदहाड़े हत्या के मामले में भी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पीड़ित पक्ष द्वारा धरना-प्रदर्शन करने की नौबत आ गई. पिछले एक साल में दलित, आदिवासी एवं पिछड़े वर्ग के साथ अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हुई है. राज्य सरकार को इस प्रकरण में अविलंब कार्रवाई कर पीड़ित परिवार के साथ न्याय सुनिश्चित करना चाहिए.' राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक्स पर लिखा, 'बालोतरा में विशनाराम मेघवाल की निर्मम हत्या अत्यंत दुःखद एवं घोर निंदनीय है. मेघवाल परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. प्रदेश में कमजोर कानून व्यवस्था की वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. भाजपा सरकार कानून राज कायम करने की जगह सिर्फ इवेंटबाजी में लगी है. दलितों पर लगातार अत्याचार एवं इस मामले में अब तक ठोक कार्रवाई नहीं होना भाजपा सरकार की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. सरकार से मांग है कि आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करें एवं उचित आर्थिक सहायता के साथ परिवार के सदस्य को नौकरी दें.'वहीं, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने एक्स पर लिखा, 'बालोतरा में विशनाराम मेघवाल की निर्मम हत्या की निंदा करता हूं. मेघवाल परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. यह घटना प्रदेश में फेल कानून व्यवस्था की ओर इशारा करती है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं. भाजपा सरकार को कानून राज कायम करने की जगह सिर्फ इवेंटबाजी में लगे रहने के बजाय ठोस कार्रवाई करनी चाहिए. दलितों पर लगातार अत्याचार और इस मामले में अब तक ठोस कार्रवाई नहीं होना सरकार की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. मैं सरकार से मांग करता हूं कि आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करें और उचित आर्थिक सहायता के साथ परिवार के सदस्य को नौकरी दें.'