बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद वहां पर लगातार अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होने की खबर सामने आई है। इस मामले को लेकर पूरे देश में आक्रोश है। इसी बीच बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने इसके बारे में नहीं सुना है, मुझे नहीं पता, इसलिए मैं इस कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। आपको इस बारे में प्रधानमंत्री से पूछना चाहिए। RSS के एक पदाधिकारी के अनुसार बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों और हिंदुओं पर हो रही हिंसा के खिलाफ 200 से अधिक सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले नागरिक संस्था के सदस्य अगले सप्ताह बांग्लादेशी दूतावास तक विरोध मार्च निकालेंगे। आरएसएस की दिल्ली इकाई के मीडिया एवं संचार विभाग के सहप्रभारी रजनीश जिंदल ने बताया कि 10 दिसंबर को सिविल सोसाइटी ऑफ दिल्ली के बैनर तले बांग्लादेश दूतावास तक निकाला जाएगा। जम्मू: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर जेकेएनसी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "मैंने इसके बारे में नहीं सुना है, मुझे नहीं पता, इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। आपको इस बारे में प्रधानमंत्री से पूछना चाहिए। पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने हिंदू संतों के साथ बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने कहा था बांग्लादेश में मंदिरों और हिंदुओं के ऊपर जो हमले हो रहे हैं उसे बंद किया जाए। बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समुदायों की रक्षा के लिए विश्व समुदाय हस्तक्षेप करे ये ही हमारी मांग है। जब तक हिंदुओं पर अत्याचार बंद नहीं होगा तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा।