ककरहटी लगातार हो रहा उपेक्षा का शिकार धान उपार्जन केंद्र न बनने से बढी किसानों की चिंता
लोकेसन=ककरहटी पन्ना (मध्यप्रदेश)
ककरहटी:- *एक तरफ जहां जिले में धान उपार्जन केंद्र 2 दिसंबर से प्रारंभ कर दिए गए है वहीं दूसरी तरफ ककरहटी की पैक्स गोदाम में सन्नाटा पसरा है ककरहटी क्षेत्र के हजारों किसानो ने दिन रात मेहनत करके अपनी धान की फसल तैयार की अब इसे बिक्रय करने के लिए परेशान हैं। आखिर धान बेचने वह कहां जाएं किसानों ने जानकारी देते हुए बताया की पन्ना जिले में सबसे अधिक धान की पैदावार ककरहटी क्षेत्र में होती है यहां 2010 से निरंतर धान उपार्जन केन्द्र बनाया जाता रहा है। लेकिन इस बार अभी तक केंद्र नहीं बनाया गया है। पिछले साल 68 हजार कुंटल धान ककरहटी उपार्जन केंद्र में खरीदी गई थी प्रत्येक वर्ष लगभग 40-50 हजार कुंटल धान खरीदी होती रही है। इसके बाद भी जिला उपार्जन समिति के अध्यक्ष महोदय द्वारा धान खरीदी केंद्र नहीं खोला गया है। ककरहटी में केंद्र नहीं बनाए जाने से ककरहटी, गढीपड़रीया, रानीपुरा,देवरीगढ़ी, रनवाहा, देवरी,मखरा,समाना,मुराज,भगेपुर,मोहनपुरा,ककरहटा, सरहजा,मथुरापुर,घटारी,बिल्हा,अमचुई,सकरिया,हनुमतपुरा,हिनोता ढेडा,भटकवा उड़की आदि दर्जनों गांवों के किसानों को अपनी धान की उपज विक्रय करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा क्षेत्र के किसान निरंतर कलेक्टर पन्ना से यह मांग कर रहे हैं कि शीघ्र ककरहटी में धान उपार्जन केन्द्रबनाया जाए ताकि किसानों को परेशानी का सामना न करना पड़े!