कोटा में राजस्थान सरकार की शराब नीति और व्यवस्थाओं के विरोध में जयपुर में होने वाले महाकुंभ को लेकर कोटा वाइन कांट्रेक्टर एसोसिएशन की बैठक होटल मोती महल,सीएडी चौराहा पर आयोजित की गई।

15 दिसम्बर को होने वाले महाकुंभ के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में मुख्य अतिथि राजस्थान शराब यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष पंकज धनकड़ उपस्थित रहे। कोटा वाइन कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद पारेता ने बताया कि बैठक में विभिन्न मांगों को लेकर विचार विमर्श किया गया।जयपुर में होने वाले महाकुंभ में शराब ठेकेदारों की भागीदारी बढ़ाना,बैठक में राजस्थान शराब यूनियन के पदाधिकारी और वाइन कांट्रेक्टर एसोसिएशन कोटा के सदस्य शामिल रहे। महाकुंभ की पूरी जानकारी दी गई साथ ही लोगों के सुझाव लिए गए।

विनोद पारेता ने बताया कि मुख्य मांगों में पुरानी सभी प्रकार की पेनेल्टियां समाप्त किए जाने, शराब की दुकानें खोलने का समय रात्रि 11 बजे तक किया जाने, गांरटी पुर्ति करने वाले ठेकेदारों की जब्त धरोहर राशियां तुरंत प्रभाव से लोटाए जाने, मंहगाई के अनुसार शराब ठेकेदारों का कमीशन कम से कम 20 प्रतिशत और बढ़ाया जाना चाहिए। महासचिव अजय सिंह राठौड ने बताया कि शराब ठेकों से पुलिस का हस्तक्षेप पुर्णत: समाप्त किया जाना चाहिए और प्रदेश में शराब की मात्रा बहुत अधिक हो गई है सरकार मद्य संयम नीति की पालन करते हुए शराब की गारंटी 30 प्रतिशत तक कम कर दुकानें रिनिवल की जाने सम्बंधि मांगों को लेकर महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान कोटा संभाग व अन्य जगह से आए हुए अतिथियों में बारां जिला अध्यक्ष मनोज प्रजापति,शेखावाटी संभाग के अध्यक्ष विजेंद्र मिल,संदीप चौधरी महासचिव जयपुर,जगदीश सुवालका देवली ने भी अपने विचार व्यक्त किए और निरंतर सरकार की शराब ठेकेदार विरोधी नितियों पर चर्चा की।इस दौरान संतोष अग्रवाल,रविंद्र सिंह, बलविंदर सिंह चावला,योगेश चौबे, राजेंद्र पावटा,धनराज मीणा,शंकर बना पवन सुवालका,बाबूलाल सुवालका,शिव सुवालका,देवेंद्र बना,धर्मेंद्र मीणा,रघु सुवालका, महेश पप्पी बना,प्रहलाद नागर, लवेश सुवालका सहित शराब व्यवसायी उपस्थित रहे।