मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सोमवार को तेलंगाना को विकास के विभिन्न मानकों पर देश में शीर्ष पर बताते हुए कहा कि राज्य ने धान उत्पादन में पंजाब को पीछे छोड़ दिया है।
गडवाल में नए जिला कलेक्ट्रेट भवन का उद्घाटन करने के बाद अधिकारियों को संबोधित करते हुए सीएम केसीआर ने कहा कि तेलंगाना में तेजी से लोगों की इनकम बढ़ी है और राज्य देश के बड़े राज्यों में प्रति व्यक्ति आय में नंबर वन है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना प्रति व्यक्ति बिजली इस्तेमाल, पेयजल उपलब्ध कराने और खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) में भी टॉप पर है।
खेती में तेलंगाना कर रहा प्रगति
सीएम केसीआर ने कहा कि हमारा राज्य तेजी से प्रगति कर रहा है और मानवीय दृष्टिकोण के साथ शासन व्यवस्था को चलाया जा रहा है। इस सफलता के लिए उन्होंने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के प्रयास से यह प्रगति हुई है। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से अच्छा काम जारी रखने का अनुरोध किया है। उन्होंने दावा किया कि पंजाब पहला राज्य था जहां पर हरित क्रांति हुई। उनके पास पिछले 50 वर्षों में धान उत्पादन का रिकॉर्ड है। आज तेलंगाना धान उत्पादन में पंजाब को पछाड़कर नंबर एक स्थान पर पहुंच गया है।
केसीआर ने कहा कि पूरे भारत में इस गर्मी में 94 लाख एकड़ में धान की खेती की गई थी। उसमें से 56.40 लाख एकड़ में अकेले तेलंगाना में खेती की गई थी। इसका मतलब है कि देश में धान की खेती में तेलंगाना का आधे से अधिक का योगदान है। उन्होंने कहा कि हम कृषि और कल्याण के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और औद्योगिक क्षेत्रों में भी आगे बढ़ रहे हैं।
सीएम ने कहा- अब लोग हमारे यहां काम करने आ रहे
गडवाल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू करके समाज के सभी वर्गों का ध्यान रख रही है। उन्होंने सिंचाई परियोजनाओं, किसानों को मुफ्त बिजली, किसानों के लिए 'रायतु बंधु' निवेश सहायता योजना और 'मिशन भागीरथ' पेयजल आपूर्ति सहित अपनी सरकार की प्रगति और कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को अवगत कराया।
इलाके में हो रहे विकास के बारे में उन्होंने कहा कि पहले लोग गडवाल और अन्य स्थानों से काम के लिए पलायन करते थे, लेकिन अब पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के कुरनूल, कर्नाटक के रायचूर, बिहार और झारखंड सहित अन्य राज्यों से लोग काम के लिए तेलंगाना आ रहे हैं। राव ने कहा कि जहां तेलंगाना में चौबीसों घंटे बिजली की आपूर्ति है। वहीं, पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में ऐसा नहीं है, जो गडवाल से सिर्फ बीस किलोमीटर की दूरी पर है।