कोटा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर निर्माणाधीन सुरंग शनिवार रात 12 बजे ढह गई। हादसे में मलबे में दबने से एक मजदूर की मौत हो गई और तीन गंभीर घायल हो गए। हादसा रामगंजमंडी के मोड़क इलाके में बन रही टनल में हुआ।जानकारी के अनुसार हादसे के समय मजदूर सुरंग में ब्रीफिंग कर रहे थे। इसी दौरान टनल ढह गई। हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। साथी मजदूरों ने दबे हुए मजदूरों को बाहर निकाला। सूचना पर पुलिस और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारी मौके पर पहुंचे। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए मोड़क सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) ले जाया गया। जहां शमशेर सिंह रावत (33) पुत्र लछम सिंह निवासी कोथी, देहरादून (उत्तराखंड) को मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने मजदूर के परिजनों को सूचना दे दी है।हादसे में टनल ठेकेदार की लापरवाही सामने आई है। मजदूरों को बिना सुरक्षा उपकरणों के काम करवाया जा रहा था। एनएचएआई के एईएन राकेश मीणा ने बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर मुकुंदरा टाइगर रिजर्व (दरा) के पास आठ लेन वाली ग्रीन ओवरपास टनल बनाई जा रही है। कोटा के मुकुंदरा टाइगर रिजर्व की पहाड़ियों के नीचे 4.9 किमी लंबी सुरंग का निर्माण किया जा रहा है।इस टनल के ऊपर से वन्यजीव, विशेष रूप से बाघ गुजर सकेंगे, जबकि नीचे से वाहन चलेंगे। यह टनल न केवल साउंडप्रूफ और वाटरप्रूफ होगी, बल्कि इसमें वाहनों के शोर से वन्यजीवों को कोई परेशानी नहीं होगी।यह परियोजना ऑस्ट्रेलिया की नवीनतम तकनीक से बनाई जा रही है, जिसमें सेंसर लगाए जाएंगे जो वाहनों की आवाजाही पर निगरानी रखेंगे। इस सुरंग के निर्माण में लगभग 1200 करोड़ रुपए की लागत आएगी, और इसे 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।