नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को लोकसभा को बताया कि देश में डॉक्टर-जनसंख्या अनुपात 1:811 है जो डब्ल्यूएचओ के मानक 1:1000 से बेहतर है। जेपी नड्डा ने कहा, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की तरफ से उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, नवंबर, 2024 तक राज्य चिकित्सा परिषदों और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के साथ 13,86,145 एलोपैथिक डॉक्टर रजिस्टर्ड थे।
जेपी नड्डा ने कहा, "रजिस्टर्ड एलोपैथिक डॉक्टरों और लगभग 6.14 लाख आयुष डॉक्टरों की 80 प्रतिशत उपलब्धता मानते हुए, देश में डॉक्टर-जनसंख्या अनुपात लगभग 1:811 है जो डब्ल्यूएचओ के मानक 1:1000 से बेहतर है।
मेडिकल कॉलेजों में हुई बढ़ोतरी
जेपी नड्डा ने कहा, सरकार ने मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाई है और उसके बाद एमबीबीएस सीटें भी बढ़ाई हैं। मंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में 102 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जो 2014 से पहले 387 से बढ़कर अब 780 हो गई है।'22 नए एम्स को मंजूरी दे दी गई है'
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉकों के निर्माण द्वारा सरकारी मेडिकल कॉलेजों के अपग्रेडेशन के तहत कुल 75 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिनमें से 69 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। नए एम्स की स्थापना के लिए केंद्रीय क्षेत्र योजना के तहत, 22 एम्स को मंजूरी दी गई है। इनमें से 19 में स्नातक पाठ्यक्रम शुरू हो गए हैं।