ठंड के मौसम में सड़कों पर कार चालकों को धुंध और कोहरे का सामना करना पड़ता है। इस दौरान सड़क पर अच्छी दृश्यता होनी जरूरी होती है। इसका काम कार में लगे हुए हेडलैम्प करते हैं। हाल के समय में आने वाली लगभग सभी गाड़ियों में LED हेडलैम्प देखने के लिए मिलते हैं। हम यहां पर आपको सर्दियों में LED हेडलैम्प के नुकसान के बारे में बता रहे हैं।
सर्दियां आते ही घुंघ और कोहरा छाने लगता है। इस दौरान गाड़ी चलाने वाले लोगों को कई तरह की समस्याओं के सामना करना पड़ता है, खासकर रात के समय कार चलाने के दौरान। हाल के समय में आने वाली तकरीबन सभी गाड़ियों में LED हेडलैम्प्स का इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि यह पारंपरिक हाइलोजन बल्ब के मुकाबले ज्यादा रोशनी प्रदान करते हैं, लेकिन सर्दियों में LED हेडलैंप्स धुंध और कोहरे में ज्यादा रोशनी दे पाते हैं। जिसे देखते हुए हम यहां पर आपको सर्दियों में LED हेडलैम्प के नुकसान के बारे में बता रहे हैं।
1. टेंपरेचर का असर
सर्दियों में तापमान बहुत कम हो जाता है, जिसका LED हेडलैंप्स की क्षमता पर असर पड़ता है। LED लाइट्स तापमान के प्रति संवेदनशील होती हैं। जब तापमान बहुत कम होता है, तो LED लाइट्स का परफॉर्मेंस कम हो जाता है। सर्दियों में इन लाइट्स से निकलने वाली गर्मी पर्याप्त नहीं होती है, जिससे उनकी चमक में कमी आ सकती है। इसकी वजह से आपको धुंध और कोहरे में गाड़ी चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
2. धुंध और बर्फ में कमजोर रोशनी
सर्दियों में धुंध और बर्फ की वजह से गाड़ी चलाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं, LED लाइट्स सामान्य परिस्थितियों में ज्यादा रोशनी देने में सक्षम होती है। धुंध या बर्फीली स्थिति में इकनी रोशनी ज्यादा फैल नहीं पाती है, जिसकी वजह से ड्राइवर को पर्याप्त मात्रा में दृश्यता नहीं मिल पाती है। हलोजन बल्ब्स की तुलना में LED लाइट्स की रोशनी ज्यादा फोकस्ड होता है, जो धुंध के दौरान नुकसान पहुंचा सकता है।