बाड़मेर, राज्य सरकार और उर्जा विभाग द्वारा विभिन्न विद्युत कंपनियों के एमबीसी माॅडल के तहत किए जा रहे निजीकरण कार्य के विरोध में सोमवार को डिस्काॅम के अधिकारियों- कर्मचारियों द्वारा राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति जिला बाड़मेर के तत्वावधान में कार्य बहिष्कार करने के साथ ही निगम प्रबंधन के नाम सहायक अभियंता को एवं मुख्यमंत्री के नाम संबंधित उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौपा गया। सोमवार को राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति जिला बाड़मेर के तत्वावधान में आयोजित सांकेतिक कार्य बहिष्कार के तहत जिला मुख्यालय पर न्यू पाॅवर हाउस परिसर में बैठक आयोजित की गई जिसमें पीयर्स, बेजोड़, विद्युत श्रमिक संघ, आरवीटीकेए, इंटक, एटक, सीटू, राजस्थान विद्युत लेखाकर्मी संघ, राजस्थान राज्य विद्युत मंत्रालयिक कर्मचारी संघ, विद्युत मंत्रालयिक एवं अधिनस्थ कर्मचारी संघ, कर्मचारी मजदूर संघ के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित हुए। बैठक में बेजोड़ के जिलाध्यक्ष संदीप तातेड़ ने कहा कि सरकार व निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को आपस में विघटन कर निजीकरण कर कर्मचारियों का शोषण करने के साथ ही जनता के हितो पर कुठाराघात कर रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पीयर्स के जिलाध्यक्ष सवाईसिंह ने कहा कि डिस्काॅम के सभी अधिकारी व कर्मचारी आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हो जाए, जब तक निजीकरण की प्रक्रिया बंद नहीं हो तब तक शांत नहीं बैठना हैं। बीएमएस से जितेन्द्र छंगाणी ने कहा कि सरकार द्वारा डिस्काॅम की करोड़ो रूपए की संपति को निजी हाथो में देकर भविष्य में युवाओं की नौकरियां बंद करना चाह रही हैं। साथ ही धना सेठो को डिस्काॅम को बेचा जा रहा हैं जो उचित नहीं हैं। हम सभी इसका पुरजोर विरोध करेगे। इंटक से पूनाराम वाघेला, मुकेश मीणा व जेठाराम शर्मा ने कहा कि सभी एकजुट रहे तो सरकार को झुकना ही पड़ेगा और डिस्काॅम के निजीकरण का कदम पीछे खींचना ही होगा। राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन बाड़मेर के जिला अध्यक्ष रमेश पंवार ने कहा कि निजीकरण वह दीमक हैं जो डिस्काॅम को पूरी तरह से बर्बाद कर देगा। निजीकरण के दुष्प्रभाव आज भी कई विभागों में साफ देखे जा रहे हैं। इसलिए निजीकरण के खिलाफ सभी अधिकारी-कर्मचारी गंभीरता से एकजुट हो एवं सरकार के निर्णय का पूरजोर विरोध करे। एटक के जिलाध्यक्ष रूगसिंह ने कहा कि संगठन के आव्हान पर 29 नवंबर को जिला मुख्यालय पर होने वाले विरोध प्रदर्शन शत प्रतिशत योगदान देना हैं। प्रदर्शन के दौरान प्रदीप चौधरी,ललित बाकोलिया, धीरज खत्री, मालाराम गढ़वीर, नरेन्द्रसिंह, कुशलाराम डउकिया, राजेन्द्र चौधरी, लिखमाराम हुड्डा, धनसिंह, अमजद खान, गौतम परमार, जनक गहलोत, अमित कुमार, मोतीलाल पाटोदिया, बालकिशन जीनगर, ईमरान शेख, ठाकराराम प्रजापत, अकरम खान, सतीश पूनड़, विजेन्द्र मीणा, देशराज मीणा, हीरालाल, गणपतसिंह, लक्ष्मणसिंह, डलाराम, अशोक शर्मा, हेमंत कुमार, सुमेरसिंह, चैनाराम सियाग, भोजराज जांगिड़, हरीसिंह, गोपीलाल, गौतम परमार, नवीन मीणा, मूलाराम, अनिल सारण, बजरंगलाल, दिनेशसिंह, नवीन कुमार, बगताराम, सतीश पूनड़, ललित कुमार, प्रमोद कुमार, भंवराराम, भूराराम, अशोक मौर्य, मनोज कुमार, कन्हैयालाल, देवेन्द्र कुमार, डाउराम, सुरेश कुमार सहित बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।