भारतीय आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत ने कहा है कि सलूंबर विधानसभा के उपचुनाव में गड़बड़ियां की गई हैं। लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास किया गया है। मतगणना केंद्र में आखिरी के दो राउंड में निर्दलीय प्रत्याशियों के वोट को बीजेपी के प्रत्याशी के वोट में जोड़ने का काम किया गया है। सलूंबर विधानसभा उपचुनाव में जितेश कटारा भारतीय आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी थे। वह एक तरफ बहुमत से चुनाव जीत रहे थे। काउंटिंग के 13 और 14 राउंड के बाद उन्होंने देरी करना शुरू कर दिया।उन्होंने कहा- इसके साथ निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर भी प्रत्येक राउंड के बाद जो अपडेट करना था। उसे रोक दिया गया था। आयोग अपनी ही वेबसाइट पर एक राउंड के दो बार अलग - अलग डेटा अपडेट कर रहा था। संशोधित करडेटा अपडेट कर रहा था।रोत ने कहा- इस विधानसभा उपचुनाव में लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया गया है। हम निर्वाचन आयोग पर सवाल खड़े नहीं कर रहे हैं। रिकाउंटिंग की जो प्रक्रिया थी। उसके लिए आवेदन करने के बाद भी बीजेपी नेताओं द्वारा रिटर्निंग अधिकारियों को न जाने कौन सा पाठ पढ़ाया गया कि उन्होंने रिकाउंटिंग की जगह उन्हें जीत का प्रमाण पत्र ही दे दिया। इस दौरान हमारी पार्टी के प्रत्याशी के साथ धक्का - मुक्की तक की गई।