विकास अधिकारी कार्य के प्रति गंभीर रहें, लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी

सक्षम अधिकारी की अनुमति बगैर मुख्यालय छोड़ने को गंभीरता से लिया जाएगा

बाड़मेर, 19 नवंबर। ग्रामीण विकास योजनाओं की प्रभावी क्रियान्विति सुनिश्चित करवाते हुए अधिकाधिक आमजन को लाभांवित करवाएं। विकास अधिकारी कार्य के प्रति गंभीर रवैया अपनाते हुए स्थानीय स्तर पर नियमित रूप से योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करें। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला कलक्टर टीना डाबी ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में ग्रामीण विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए यह बात कही।

जिला कलक्टर टीना डाबी ने कहा कि अधूरे कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करवाया जाएं। इसके अलावा लक्ष्य के अनुरूप बकाया कार्यों की स्वीकृतियों को यथाशीघ्र जारी करवाया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों को त्वरित गति से निस्तारित करते हुए आमजन को राहत प्रदान करवाई जाए। इसको लेकर राज्य सरकार बेहद गंभीर है। उन्होंने कहा कि जन सुनवाई में आने वाले प्रकरणों को संवेदनशीलता के साथ निस्तारित करने के साथ परिवादियों को संतुष्ठ करने का प्रयास किया जाए। उन्होंने बाड़मेर जिले के संतुष्ठता के प्रतिशत में सुधार लाने के लिए समन्वित प्रयास करने की जरूरत जताई। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ प्लस मॉडल विलेज के कार्यों में प्रगति लाने, पिंक टायलेट एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में शौचालयों का निर्माण करवाने के साथ मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलक्टर टीना डाबी ने ग्रामीण विकास योजनाओं की पंचायत समितिवार समीक्षा करते हुए विकास अधिकारियों एवं सहायक अभियंताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेन्द्रसिंह चांदावत ने ग्रामीण विकास योजनाओं की प्रगति से अवगत कराया। अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश्वरसिंह चौहान ने नियमित रूप से प्रभावी मोनेटरिंग करने एवं लक्ष्य के अनुरूप प्रगति हासिल करने की बात कही। इस दौरान अधीक्षण अभियंता हनुमानराम चौधरी, अधिशाषी अभियंता राजेन्द्रसिंह, सुरेन्द्र चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

सक्षम स्वीकृति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़े - जिला कलक्टर टीना डाबी ने विकास अधिकारियों एवं अन्य अधीनस्थ अधिकारियों को बिना सक्षम अधिकारी की स्वीकृति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसको गंभीरता से लिया जाएगा।

कार्यालयों का निरीक्षण करें - जिला कलक्टर ने विकास अधिकारियों को सरकारी कार्यालयों एवं संबंधित पंचायत समिति क्षेत्र में संचालित अन्नपूर्णा रसोई का समय-समय पर निरीक्षण करें। उन्होंने अन्नपूर्णा रसोई में भोजन की गुणवत्ता जांचने के साथ आमजन का फीडबैक लेने के निर्देश दिए।

विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा - जिला कलक्टर टीना डाबी ने बैठक के दौरान महात्मा गांधी नरेगा योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना ग्रामीण, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, सांसद एवं विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना, मुख्यमंत्री जिला नवाचार निधि, संबल ग्राम योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, सांसद आदर्श ग्राम योजना, पंद्रहवां वित्त आयोग एवं राज्य वित आयोग, नव सृजित ग्राम पंचायत, पंचायत समिति भवन, अंबेडकर भवन एवं मिनी सचिवालय की समीक्षा, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान, श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना ग्रामीण, संपर्क पोर्टल, लोकायुक्त प्रकरण, वसूली प्रकरण, अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रकरणों की समीक्षा, लाइटस पोर्टल की समीक्षा, स्वामित्व योजना, महात्मा गांधी जन भागीदारी विकास योजना, पंचायत विकास सूचकांक, ई-ग्राम पोर्टल, ई-पंचायत, राजीविका समेत विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।