नरेश मीणा की रिहाई और समरावता गांव में बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के आरोप लगाते हुए सोमवार को जयपुर में मीणा समाज के अलग-अलग संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन हुए। वहीं पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान के बहुचर्चित थप्पड़ कांड के बाद समरावता गांव में पुलिस के द्वारा किए गए हमले के बाद गांव वालों का जो नुकसान हुआ उसका मुआवजा देने और सारे प्रकरण की न्यायिक जांच करने को लेकर भाजपा सरकार पीछे हट रही है, जबकि सरकार के मंत्री डॉ किरोडी लाल मीणा पहले ही मान चुके हैं कि इस मामले में पुलिस ने टारगेट करके गांव वालों के वाहनों में आग लगाई है। मकान को नुकसान पहुंचाया है।उन्होंने कहा- जब एक कैबिनेट मंत्री यह कह रहा है कि गांव में घरों में आग लगने वाहनों में आग लगाने के लिए और रात में जनता पर हमला करने के लिए पुलिस जिम्मेदार है तो इसका मतलब सरकार कलेक्टिव रूप से जिम्मेदार है क्योंकि यदि कैबिनेट मंत्री यह कह रहा है कि सरकार जिम्मेदार है तो अब सरकार जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकती। सरकार को तुरंत न्यायिक जांच की घोषणा करनी चाहिए, अन्यथा मुख्यमंत्री को सामने आकर सरकार का अपना पक्ष रखना चाहिए और बताना चाहिए कि गांव वालों का नुकसान मुआवजा देकर वह कब तक पूरा करेंगे और इस मामले की न्यायिक जांच कब शुरू की जाएगी।खाचरियावास ने कहा कि गांव वालों के नुकसान का मुआवजा यदि भाजपा सरकार ने नहीं दिया और सारे प्रकरण की न्यायिक जांच नहीं कराई तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरेगी और गांव में लोगों को टारगेट करके जो हमला किया गया इसका विरोध दर्ज कराएगी।