यूरोपियन कमीशन ने गुरुवार को मेटा पर लगभग 800 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाया। क्योंकि फेसबुक ने यूजर्स को फेसबुक मार्केटप्लेस का ऑटोमैटिक एक्सेस देकर एब्यूसिव प्रैक्टिस के जरिए प्लेटफॉर्म को फायदा पहुंचाकर एंटीट्रस्ट नियमों का उल्लंघन किया है। लंबे समय से चल रही जांच में पाया गया कि कंपनी ने अपनी डोमिनेंट पोजिशन का दुरुपयोग किया। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

यूरोपीय संघ के रेगुलेटर्स ने फेसबुक की मूल कंपनी मेटा पर गुरुवार को लगभग 800 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाया। क्योंकि, उन्होंने इसके मार्केटप्लेस ऑनलाइन क्लासीफाइड ads बिजनेस से संबंधित 'एब्यूसिव प्रैक्टिस' को जिम्मेदार ठहराया। ये जानकारी न्यूज एजेंसी AP के हवाले से मिली है। 27 देशों के ग्रुप की एग्जीक्यूटिव ब्रांच और टॉप एंटीट्रस्ट एन्फोर्सर यूरोपियन कमीशन ने 797.72 मिलियन यूरो (841 मिलियन डॉलर) का जुर्माना लगाया, क्योंकि इसकी लंबे समय से चल रही जांच में पाया गया कि कंपनी ने अपनी डोमिनेंट पोजिशन का दुरुपयोग किया और प्रतिस्पर्धा-विरोधी व्यवहार में लिप्त रही।

 
ब्रुसेल्स ने मेटा पर आरोप लगाया था कि उसने अपने ऑनलाइन क्लासीफाइड ad बिजनेस को अपने सोशल नेटवर्क से जोड़कर प्रतिस्पर्धा को खराब कर दिया है, जिससे फेसबुक यूजर्स को 'चाहे वे चाहें या नहीं' मार्केटप्लेस के सामने ऑटोमैटिक तौर से एक्सपोज कर दिया गया है और कंपटीटर्स को बाहर कर दिया गया है।यह भी चिंता थी कि मेटा अनफेयर ट्रेडिंग कंडीशन लागू कर रहा था, जिसके तहत कंपनी को विज्ञापन-संबंधी डेटा का इस्तेमाल करने का अधिकार दिया गया था, जो फेसबुक या इंस्टाग्राम पर विज्ञापन देने वाले कंपटिटर्स से जनरेट होता था, जिससे मार्केटप्लेस को फायदा हो सके।