नरेश मीणा के थप्पड़कांड पर गरमाए माहौल पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने भजनलाल सरकार को आड़े हाथ लिया. जोधपुर एयरपोर्ट पर बात करते हुए गहलोत ने कहा कि राजस्थान में पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है. कानून-व्यवस्था ठप हो चुकी है. जब सरकार का इकबाल खत्म होता है तो लोगों में वह डर खत्म हो जाता है. तभी लोग कानून को हाथ में लेते हैं. उन्होंने कहा कि देवली-उनियारा में जो भी घटनाक्रम हुआ है, यह हुआ क्यों? यह घटना कोई मामूली घटना नहीं थी. उन्होंने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हुए सरकार से पूछा कि कोई व्यक्ति अधिकारी को थप्पड़ लगाए यह ऐसी स्थिति बनी ही क्यों. इतनी हिम्मत किसी की कैसे हो सकती है. हम बार-बार सरकार से कहते हैं कि गुड गवर्नेंस दो, ताकि पूरे प्रदेश का भला हो. विपक्ष की सलाह को सरकार को हमेशा सकारात्मक रूप से लेना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार में अगर दम है तो सुधार करें. ताकि जनता का भला हो और यही डेमोक्रेसी होती है. गहलोत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की फितरत में नहीं है कि किसी की भावनाओं का आदर करें और आलोचना की सहन करने की शक्ति हो. साथ ही जिले खत्म करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि साल भर होने जा रहा है, बार-बार कहते हैं कि जिले खत्म कर दिए जाएंगे. लेकिन 1 साल से कुछ हो नहीं रहा है. कोई भी काम हो नहीं रहे हैं, ना ही सरकार कुछ फैसला ले पा रही है. सिर्फ रिव्यू मीटिंगों के अलावा कुछ भी नहीं हो रहा है. अगर सरकार को किसी मामले पर डाउट है तो तुरंत सरकार को फैसला लेना चाहिए. 6 महीने की रिव्यू कमेटी तो बना दी गई, लेकिन फैसला नहीं कर पा रहे हैं.