चार सत्रों में विशेषज्ञों द्वारा की गई काउसंलिंग

250 से अधिक महिलाओं पहुंची मरू उड़ान कार्यक्रम में

200 से अधिक महिलाओं का किया गया हेल्थ चौकअप

बाड़मेर 13 नवंबर। महिला सशक्तीकरण और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत सशक्त नारी सशक्त समाज के संकल्प को लेकर शुरू किए गए अभिनव नवाचार कार्यक्रम मरू उड़ान का पहला ब्लॉक स्तरीय संवाद कार्यक्रम बुधवार को पंचायत समिति शिव के परिसर में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में जिला कलक्टर टीना डाबी पहुंची और सभी सत्रों को अटेंड किया तथा महिलाओं से बातचीत की। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में चार सत्र आयोजित किए गए, इनमें महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य(अनमोल जीवन), शारीरिक स्वास्थ्य, सरकारी योजनाओं की जानकारी और व्यवसायिक कौशल प्रशिक्षण पर विचार विमर्श किया गया।

जिला कलक्टर टीना डाबी ने महिलाओं से सबसे पहले उनके स्वास्थ्य को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि हमें अपने परिवार के साथ स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना है। इसके लिए उन्होंने पोषण को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि जिले में बड़ी संख्या में महिलाएं एनीमिक हैं और उनमें कैल्शियम की कमी है, जिसकी वजह से उन्हें कमजोर महसूस होती है। कई महिलाओं से उन्होंने पूछा भी कि क्या उनका शरीर दुखता है या फिर उनके हाथ-पैरों में दर्द रहता है। कई महिलाओं ने कलक्टर से बातचीत में इस सम्बंध में बताया। इस पर जिला कलक्टर ने उन्हें अच्छा खाना खाने, नियमित स्वास्थ्य जांच कराने और व्यायाम करने की सलाह दी। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।

प्रशिक्षित काउंसलर ने लिए सत्र

इस कार्यक्रम में आयोजित सभी सत्र प्रशिक्षित काउंसलर की ओर से लिए गए। इनमें मानसिक स्वास्थ्य पर डॉ. ओपी डूडी, एडवोकेट इन्दू तोमर, शारीरिक स्वास्थ्य पर डॉ. अंकिता, कौशल विकास पर दिनेश सैन, सरकारी योजनाओं और करियर पर प्रो. लक्ष्मी चौधरी ने निवेश प्लान के बारे में बताया।

कलक्टर के सामने कई लड़कियों ने टीचर तो कई ने उनके जैसा बनने की इच्छा जाहिर की

दूसरे सत्र में बालिकाओं के करियर के संबंध में राजकीय महाविद्यालय बाड़मेर की प्रशिक्षित टीचर द्वारा उन्हें उच्च शिक्षा और करियर के बारे में जानकारी दी जा रही थी। जब जिला कलक्टर ने उनसे बालिकाओं से उनके करियर के बारे में प्रश्न पूछा, तो उन्होंने टीचर, बैक अधिकारी और कलक्टर बनने की इच्छा जाहिर की। इस पर जिला कलक्टर ने उन्हें जानकारी दी और कहा कि आने वाले दिनों में जब करियर पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, तो उन्हें और इसके संबंध में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

मानसिक अवसाद से बचें, अच्छी नींद लें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें

जिला कलक्टर ने मानसिक स्वास्थ्य(अनमोल जीवन) वाले सत्र में महिलाओं से बातचीत करते हुए कहा कि वे मानसिक अवसाद से बचें, प्रफुल्लित रहें और बढ़िया नींद लें। उन्होंने कहा कि जान है, तो जहान है। इसलिए किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में मानसिक अवसाद में न आएं और कोई भी अप्रिय कदम न उठाएं। उन्होंने बताया कि हर समस्या का समाधान है। अगर कोई ऐसी समस्या है, तो सबसे पहले परिवार में शेयर करें, अपने मित्रों को बताएं और नहीं तो प्रशासन के स्तर पर उसका समाधान कराएं।

पशुपालन और डेयरी में हैं अनंत अवसर, महिलाएं उठाएं सरकारी योजनाएं का लाभ

जिला कलक्टर ने महिलाओं से स्वरोजगार और कौशल विकास पर भी चर्चा की। ज्यादातर महिलाओं ने बातचीत में पशुपालन और डेयरी से जुड़ी होनें की बात की। जिस पर जिला कलक्टर ने उनसे उनके लिए कौशल विकास प्रशिक्षण के कार्यक्रम आयोजित कराने की बात कही और इस क्षेत्र में संचालित सरकारी योजनाओं के लाभ लेने की बात कही।

शिविर में महिलाओं की हुई निःशुल्क स्वास्थ्य जांच

मरू उड़ान के इस शिविर में 200 से अधिक महिलाओं की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच हुई और उनकी रिपोर्ट भी हाथों हाथ दी गई। इसके साथ ही महिलाओं को स्वास्थ्य जांच के आधार पर उन्हें परामर्श भी प्रदान किया गया।

इन्वेस्टमेंट प्लान बताकर महिलाओं की बढ़ाई वित्तीय समझ

इस शिविर में भारतीय डाक विभाग और बैंकों द्वारा अपनी-अपनी निवेश योजनाओं के बारे में भी महिलाओं को जानकारी दी गई। कई महिलाओं ने इनमें रूचि भी दिखाई।

जसवन्ती खत्री सहित कई महिलाओं ने बताया कार्यक्रम को उपयोगी

मरू उड़ान कार्यक्रम में भाग लेने आई गूंगा गांव की जसवन्ती खत्री ने कार्यक्रम को शानदार बताया। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम हम सब महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने वाला सिद्ध होगा। पहली बार प्रशासन द्वारा इस तरह की पहल की गई है। इसी तरह लखपती दीदी स्वरूपी देवी ने कार्यक्रम को महिलाओं की आय में बढ़ाने वाले बताया।

ये थे उपस्थित

शिविर में इस कार्यक्रम की नोडल अधिकारी और उपवन संरक्षक श्रीमती सविता दहिया, उपखंड अधिकारी हनुमानराम, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित, उप निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं सोमेश्वर देवड़ा सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और कार्मिक उपस्थित थे।