खींवसर से बीजेपी प्रत्याशी रेवंत राम डांगा से पत्रकारों ने नेताओं के बयान पर सवाल पूछा, नेताओं के बयानबाजी का उप-चुनाव पर कितना असर दिखाई देगा. रेवंत राम डांगा ने कहा कि बयानबाजी कुछ नहीं होता, जनता सब कुछ है. मैं कुछ भी बयानबाजी करूं उससे क्या. नेता अपने स्वार्थ में बयानबाजी करते रहते हैं. स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह के बयान, "खींवसर सीट बीजेपी के हारने पर अपनी मूंछ मुड़वा लूंगा." पर डांगा ने कहा, "मैंने तो ऐसा सुना नहीं है." चुनाव प्रचार के अंतिम दिन (11 नवंबर) को भजनलाल सरकार में चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह ने खींवसर में बड़ा बयान दिया था. भाजपा प्रत्याशी रेवंत राम डांगा के समर्थन में खींवसर में चौराहे पर आम सभा को संबोधित करते हुए बड़ा चैलेंज किया था. उन्होंने कहा था, "इस बार हम चुनाव हार ही नहीं सकते. अगर इस बार हम चुनाव हार गए तो मैं अपना सर मुंडवा लूंगा और मूंछें कटवा कर इस चौराहे पर खड़ा रहूंगा. इस दौरान उनके साथ सभा में ज्योति मिर्धा, रेवंत राम डांगा, दुर्ग सिंह, आदि कई बीजेपी नेता मौजूद थे. खींवसर के उपचुनाव को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर का बड़ा दावा, कहा-' मैं गारंटी देता हूं , हम हार ही नहीं सकते, अगर हार गए तो मैं मूंछ और बाल मूंडाकर चौक पर खड़ा हो जाउंगा गजेंद्र सिंह का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इससे पहले लोकसभा चुनाव में किरोड़ी लाल मीणा ने भी चैलेंज किया था. डॉ. किरोड़ी लाल ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान दौसा और टोंक में भारी मतों से बीजेपी की जीत का दावा किया था. उन्होंने कहा था कि अगर बीजेपी इन सीटों पर नहीं जीत पाती है तो वे मंत्री पद से इस्तीफा भी दे देंगे. चुनाव परिणाम आने पर बीजेपी दोनों ही सीटें हार गई थी. इसके बाद हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए किरोड़ी लाल ने मंत्री पद से इस्तीफा भी दिया. हालांकि, उनका इस्तीफा आज तक मंजूर नहीं किया गया है.