राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए बुधवार सुबह 7 बजे मतदान शुरू हो गया है. 7 विधानसभा सीटों के वोटर्स शाम 6 बजे तक अपने नजदीकी मतदान केंद्र पर जाकर वोट डाल सकते हैं. दौसा, झुंझुनूं, देवली उनियारा, रामगढ़, खींवसर, सलूंबर और चौरासी में कुल 69 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.इस उपचुनाव में कांग्रेस पर लोकसभा चुनाव के परिणामों को दोहराने का दबाव है. वहीं क्षेत्रीय दल के तौर पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और भारत आदिवासी पार्टी के लिए अपना सियासी वजूद बचाने की लड़ाई है. लेकिन सबसे बड़ी परीक्षा भाजपा के लिए है, क्योंकि 10 महीने पुरानी राजस्थान की भजनलाल सरकार के लिए ये उपचुनाव लिटमस टेस्ट की तरह है. इसकी वजह बिलकुल साफ है. इन सात सीटों में से केवल एक सीट भाजपा के पास थी. इसी कारण सीएम ने प्रचार के दौरान खुद कमान संभाले रखी.इस उपचुनाव में कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है. दौसा विधानसभा सीट किरोड़ी लाल मीणा और सचिन पायलट की वजह से हॉट सीट बन गई है. बीजेपी से मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगन मोहन मीणा मैदान में हैं, तो पायलट परिवार के नजदीकी माने जाने वाले दीनदयाल बैरवा कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. खींवसर विधानसभा सीट पर भी सबकी नजरें हैं. यहां आरएलपी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल चुनावी मैदान में हैं. आदिवासी बेल्ट की चौरासी सीट में भी तेजी से उभरने वाली भारत आदिवासी पार्टी के सामने अपना गढ़ बचाने की चुनौती है. फिलहाल इन 7 सीटों पर एकसाथ वोटिंग शुरू हो गई है, जो शाम तक जारी रहेगी, और 23 नवंबर को रिजल्ट जारी किया जाएगा