जिला कलक्टर टीना डाबी ने सोमवार को साप्ताहिक बैठक में निर्देशि किया कि संपर्क पोर्टल पर लंबित परिवादों को संतुष्टि स्तर बढ़ाते हुए निस्तारित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिस विभाग का संतुष्टि स्तर 60 फीसदी से कम है, उन्हें अपना स्तर आवश्यक रूप से सुधारना होगा अन्यथा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
यह बात जिला कलक्टर टीना डाबी ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट के कॉन्फेंस हॉल में आयोजित साप्ताहिक बैठक में कही। उन्होंने कहा सम्पर्क पोर्टल सहित अन्य माध्यमों पर लंबित आमजन की परिवादनाओं की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने सभी विभागों को इनके जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमत्री जी का उद्देश्य है कि आमलोगों के काम किसी भी हालत में रूकने नहीं चाहिए। आम आदमी को राहत देना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी इसकी नियमित रूप से मॉनटरिंग करें और संतुष्टि स्तर को बढ़ाएं। उन्होंने सम्पर्क पोर्टल पर प्राप्त परिवेदनाओं के निस्तारण के लिए खास तौर पर हिदायत दी। जिन अधिकारियों द्वारा सम्पर्क पोर्टल की परिवेदनाओं को समयबद्ध रूप से निस्तारण नहीं किया जा रहा है, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
उन्होंने विभिन्न विभागों के मध्य आपसी समन्वय के अभाव में रूके हुए कार्यो के सम्बंध में समन्वय बनाकर जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए। विशेष रूप से उन्होंने पानी और बिजली विभाग के बीच नलकूपों के बिजली कनेक्शनों के मुद्दे को जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, विद्युत विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग, कृषि विभाग, चिकित्सा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग समेत अन्य विभागीय अधिकारियों को यथाशीघ्र प्रकरण निस्तारित करने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह चांदावत, नगर विकास न्यास के सचिव श्रवणसिंह राजावत, जिला कोषाधिकारी जसराज चौहान, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव मित्तल, संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. आर.बी. सिंह सहित प्रमुख जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।