नेहरू युवा केन्द्र, बूंदी के तत्वाधान में नेहरू युवा मंडल संस्थान, गोठडा द्वारा गुरुकुल संस्थान के सहयोग से 'एक पेड़ माँ के नाम' कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजन के तहत वृक्षारोपण, युवा-संवाद व ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई। मंडल कोषाध्यक्ष व निदेशक देवलाल सैनी ने बताया कि 'पर्यावरण का दैनिक जीवन में महत्व' विषय पर चित्रकला व निबंध प्रतियोगिता हुई, जिसमें विभिन्न आयु वर्ग के युवा प्रतिभागियों ने भाग लेकर अपने मानसिक व ज्ञान कौशल को शब्द व रंगों के माध्यम से कागज पर अभिव्यक्त किया। साथ ही युवा संवाद में वक्ताओं ने पेड़-पौधों की महत्ता बतायी। 

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ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा

ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता शिक्षाविद् व उत्कर्ष कोचिंग संस्थान में भूगोल शिक्षक राघवेंद्र रेवाल रहे। अध्यक्षता मास्टर एजुकेशन प्लस संस्थान जयपुर निदेशक लोकेश मीणा ने की। बतौर विशिष्ट वक्ता व्याख्याता शोजीलाल सैनी, शिक्षक कालूलाल कहार मंचासीन रहे। मुख्य अतिथि रेवाल ने कहा कि पर्यावरण विभिन्न भौतिक, रासायनिक और जैविक घटकों से बना है जो एक दूसरे के साथ और मानवीय गतिविधियों के साथ परस्पर क्रिया करते हैं। उन्होंने पेड़-पौधों के दैनिक जीवन में महत्व के संदर्भ में बताया। अध्यक्षता कर रहे मीणा ने युवाओं को पर्यावरण अध्ययन भौतिक, जैविक, सामाजिक और आर्थिक प्रक्रियाओं के विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाया। विशिष्ट अतिथि व्याख्याता सैनी ने विभिन्न मुहावरे, लोकोत्तियों के माध्यम से पेड़ बचाने की अपील की। नेहरू युवा मण्डल अध्यक्ष भगवान नाथ ने आभार व्यक्त किया। संचालन सदस्य सीताराम सैनी ने किया। लेखराज सैनी, सत्यनारायण, राधाकिशन व अन्य मौजूद रहे। 

पौधरोपण कर दिया पर्यावरण-संरक्षण का संदेश

अतिथियों द्वारा माताजी मन्दिर परिसर अमरूद, शीशम, नीम के पौधे लगाकर वातावरण बचाने का संदेश दिया, युवाओं ने माँ की तरह देखभाल करने का संकल्प लिया। 

ये रहे विजेता:-

आयोजन सह प्रभारी भूपेन्द्र योगी ने बताया कि चित्रकला प्रतियोगिता में दीपिका प्रजापति प्रथम, प्रियंका कुमारी कारपेंटर द्वितीय, अंकुर सैनी तृतीय, निबंध प्रतियोगिता में हर्षवर्धन सिंह प्रथम, मनीषा सैनी द्वितीय, कृष्णमुरारी सैनी तृतीय रहे। विजेता प्रतियोगियों को अतिथियों द्वारा स्मृति चिह्न देकर पुरस्कृत किया गया।