राजस्थान के दौसा में रोड शो के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से ईआरसीपी के शिलान्यास को लेकर दिया गया बयान अब भाजपा के लिए चुनावी फांस बन सकता है. कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री के बयान को लेकर नाराजगी जताई है.पायलट बोले कि निर्वाचन आयोग को इस विषय पर प्रसंगज्ञान लेना चाहिए. यह पूरी तरह से आचार संहिता का उल्लंघन है, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. इसके बावजूद सरकार की मर्जी जो कर ले, दौसा भाजपा का गढ़ रहा है और यहां पर डी. सी. बैरवा चुनाव जीत कर आएंगे. उन्होंने कहा कि 11 महीने हो गए MoU नहीं दिखा रहे हैं. "मैं चैलेंज करता क्या हुआ एमओयू का." सचिन पायलट ने मंच से दिए भाषण में जनता से पूछा कि सरकार लगातार पेपर लीक के जरिए बड़े मगरमच्छ को पकड़ने की बात कर रही थी. 11 महीने की सरकार का कार्यकाल हो चुका है, कौन सा मगरमच्छ पकड़ा गया है ? सचिन पायलट ने कहा कि यह चुनाव मात्र इसलिए हो रहा है, क्योंकि यहां के विधायक सांसद बन गए हैं. यह चुनाव दो दलों का चुनाव है. मुख्यमंत्री समेत पूरे मंत्री भटक रहे हैं, जबकि वही कह रहे थे कि हमारा उम्मीदवार कमजोर है. उन्होंने पूछा कि खाद डीएपी के क्या हाल हैं ? जो वादे किए थे, पूरे नहीं किए. अब झोली भटकाये क्यों घूम रहे है, क्योंकि 10 महीने में काम नहीं किया. यहां अधिकारी हावी हैं.