कोटा में टीम जीवनदाता द्वारा लोगों को दुर्लभ से भी दुर्लभ एसडीपी उपलब्ध कराई जा रही है। ऐसे में एक मरीज महेन्द्र भाट को एबी नेगेटिव एसडीपी की आवश्यकता हुई तो मरीज के परिजन पिता श्रवण परेशान हो गए। सभी जगह प्रयास के बाद टीम जीवनदाता से सम्पर्क किया। टीम जीवनदाता के संयोजक व संरक्षक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि एबी नेगेटिव सभी ग्रुपों में सबसे दुर्लभ है। बहुत ही कम डोनर्स होने के चलते बेहद परेशानी आती है। मरीज की प्लेटलेट 15 हजार रह गई थी और निरंतर गिर रही थी। ऐसे में भुवनेश गुप्ता ने राजेन्द्र कुमार मेठी को कॉल किया तो वह किसी पारीवारिक कार्यक्रम में व्यस्त थे। लेकिन जब उन्हें इमरजेंसी बताई तो वह तैयार हो गए। उनकी पत्नी नूतन ने उन्हें मोटिवेट किया तो वह परिवार सहित अपना ब्लड सेंटर अपने बेटे दिविक के साथ पहुंचे । देर रात को जब यह दृश्य मरीज के परिजनों ने देखा तो उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट की। राजेन्द्र ने 9वीं बार एसडीपी डोनेट की। वह इससे पूर्व वह 35 बार ब्लड डोनेशन कर चुके हैं।