जालंधर। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है। राष्ट्रपति चुनाव के साथ सीनेट की 34 और हाउस आफ रिप्रेजेंटेटिव (प्रतिनिधि सभा) की 435 सीटों के लिए भी चुनाव हुआ। प्रतिनिधि सभा के चुनाव में छह भारतवंशियों ने बाजी मारी, जिनमें एक नाम रो खन्ना का है।

 

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रो खन्ना ने कैलिफोर्निया के 17वें डिस्ट्रिक्ट से डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर पांचवीं बार जीत दर्ज की है। रो खन्ना के परिवार की जड़ें जालंधर से भी जुड़ी रही हैं। उनके नाना अमरनाथ विद्यालंकर पहली लोकसभा में 1952-57 तक जालंधर से सांसद रहे थे।

 

तीसरी लोकसभा में होशियारपुर सीट और पांचवीं लोकसभा में भी चंडीगढ़ से सांसद रहे थे। पंजाब विधानसभा के चुनाव में भी वह 1957-62 तक विधायक बने और प्रताप सिंह कैरों की सरकार में शिक्षा व लेबर मंत्री रहे थे।विद्यालंकर कुछ समय जालंधर में रहे थे। उसके बाद चंडीगढ़ और फिर दिल्ली चले गए थे। जालंधर में वह प्रताप बाग के पास रहते थे। रो खन्ना भारत आ चुके हैं, लेकिन उनका कभी जालंधर आना नहीं हुआ।

 

दो बार गए जेल थे अमरनाथ विद्यालंकार

अमरनाथ विद्यालंकार स्वतंत्रता आंदोलन का हिस्सा रहे थे। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय के साथ आजादी के संघर्ष में अपना योगदान दिया था। वह दो बार जेल भी गए थे। उन्होंने कई वर्ष जेल में बिताए थे। उनका जन्म पाकिस्तान के सरगोधा जिले के बेरा कस्बे में हुआ था। आजादी के बाद वह भारत आए।

लगातार पांच बार जीता चुनाव

इस पद पर वह अगस्त 2009 से अगस्त 2011 तक रहे थे। वह पहली बार वर्ष 2016 में अमेरिकी कांग्रेस के लिए चुने गए। उस समय उन्होंने लगातार आठ बार चुनाव जीत चुके माइक होंडा को हराया था। अमेरिका में हर दो साल बाद प्रतिनिधि सभा के सदस्यों का चुनाव होता है। खन्ना अब लगातार पांच बार चुनाव जीत चुके हैं। इस बार उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी अनिता चेन को 43 हजार मतों के अंतर से हराया है।