वक्फ संशोधन विधेयक के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने सोमवार को कहा कि वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक से संबंधित मुद्दों पर इससे जुड़े स्टेकहोल्डर्स से इनपुट जुटाने के लिए 4 और 5 नवंबर को बैठकें होंगी. संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल ने कहा कि उनका लक्ष्य वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक पर विस्तृत चर्चा के लिए इस्लामी विद्वानों, पूर्व न्यायाधीशों, सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के वकीलों और अल्पसंख्यक संगठनों समेत कई समूहों को शामिल करना है. वक्फ संशोधन विधेयक के लिए संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल ने कहा, "जब संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा संयुक्त संसदीय समिति के लिए प्रस्ताव लाया गया था, तो उन्होंने कहा था कि वे इसे जेपीसी को भेजना चाहते हैं ताकि हम अधिक से अधिक स्टेकहोल्डर्स, बुद्धिजीवियों, इस्लामी विद्वानों, पूर्व न्यायाधीशों, सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के वकीलों, अल्पसंख्यक संगठनों को बुला सकें." पाल ने इन चर्चाओं के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि जेपीसी बिल की व्यापक समझ सुनिश्चित करने के लिए जमीयत उलेमा-ए-हिंद और दाऊदी और वोहरा जैसे अन्य  संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेगी.जगदंबिका पाल ने कहा, "हमारी 4 और 5 नवंबर को बैठक है. हमने जमीयत उलेमा-ए-हिंद, बुद्धिजीवी महिलाओं को बुलाया है. हमने 5 नवंबर को अन्य संगठनों, दाऊदी, वोहरा को बुलाया है. हम 4 और 5 नवंबर को कई स्टेकहोल्डर्स से मिलेंगे."उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जेपीसी के सभी सदस्यों को वक्फ बिल पर विचार करना चाहिए, सभी पहलुओं को जानना चाहिए और फिर इस पर एक विस्तृत रिपोर्ट बनानी चाहिए."