बूंदी। गुर्जर समाज बूंदी ने अपनी परंपरागत संस्कृति से सूर्योदय कार्तिक अमावस्या दीवाली पर अपने पूर्वजों पितरों को सामूहिक रूप से छांट भरने की अनूठी रस्म निभाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। 
बाईपास रोड स्थित भगवान श्री देव नारायण मन्दिर और गुर्जर छात्रावास बूंदी में गुर्जर समाज के बड़ी संख्या में युवा बुजुर्ग लोग एकत्रित हुए। तत्पश्चात अग्नि प्रज्वलित कर पूजा अर्चना कर धूप दी गई व परिवार में जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं को बेल लगाकर समाज और परिवार में बढ़ोतरी की कामना की गई। गुड़ की भेली का प्रसाद वितरण किया। अंत में सभी समाज बंधु पानी के धोरे के किनारे सामूहिक रूप में कतारबद्ध हुए और अपने पितरों को पूजा अर्चना कर तर्पण किया। गुर्जर समाज हर साल दीवाली पर अनूठी परंपरा का निर्वाह करता चला आ रहा है। साथ ही स्वर्गीय कर्नल बैंसला और गुर्जर आरक्षण आंदोलन में शहीदों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की इस मोके पर जिला संरक्षक सोजी धगाल,जिलाध्यक्ष रामस्वरूप धगाल,अनिल तंवर,एडवोकेट रामगोपाल गुर्जर,किशन भातडीया,मुकेश गोचर,भेरू बागड़वाल,मोहन भड़ाना,पप्पू धगाल,हेमराज गुर्जर,रामप्रकाश लगरी ,हेमराज बगड़वाल,नरेश भड़ाना,नंदा खिचा,सोजी डोई,राधाकिशन पोसवाल आदि मौजूद रहे।