भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने शनिवार को राजस्व घाटे वाला राज्य बनाने और 'नासमझ, गैरजिम्मेदार, लोकलुभावन अर्थव्यवस्था मॉडल' अपनाने के लिए सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की.उन्होंने कहा, "जब से कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में सत्ता में आई है, कांग्रेस सरकार की आर्थिक नीति ने कर्नाटक को राजस्व अधिशेष वाले राज्य से बाहर कर दिया है. आज सिद्धारमैया और उनके नासमझ, गैर-जिम्मेदार, लोकलुभावन अर्थव्यवस्था मॉडल के तहत कर्नाटक एक राजस्व घाटे वाला राज्य है. कांग्रेस मॉडल ने न केवल विकास के लिए आवंटित बजट निधि को कम कर दिया है, बल्कि करों में भी वृद्धि की है और राज्य में आम आदमी के लिए जीवन को और अधिक कठिन बना दिया है." उन्होंने कहा, "चुनावों से पहले चांद का वादा करने और सत्ता में आने के बाद कुछ नहीं देने का कांग्रेस पार्टी का आर्थिक मॉडल एक के बाद एक राज्य में बार-बार दोहराया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार गारंटी के लिए धन भी मुहैया नहीं करा पा रही है. आज के शासन के कांग्रेस मॉडल की तीन विशेषताएं हैं. अल्पसंख्यक तुष्टिकरण, गैर-जिम्मेदार अर्थव्यवस्था नीति और घोर भ्रष्टाचार जिसे आज प्रधानमंत्री ने उजागर किया है."यह प्रतिक्रिया कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की उपलब्धियों की आलोचना करने वाले ट्वीट के बाद आई है, जिसमें बताया गया है कि वित्त वर्ष 2025 तक भारत का कर्ज 185.27 ट्रिलियन रुपये तक पहुंचने का अनुमान है, जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 56.8 प्रतिशत है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य में भ्रष्टाचार और कर्ज की विरासत छोड़ने का भी आरोप लगाया. एक्स पर एक पोस्ट में, सिद्धारमैया ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार ने लोगों से की गई सभी पांच गारंटी को पूरा किया है, कर्नाटक के भविष्य के निर्माण के लिए पूंजी परिव्यय के लिए 52,000 करोड़ रुपये से अधिक और अतिरिक्त 52,903 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं."@narendramodi, कांग्रेस पर उंगली उठाने से पहले, कर्नाटक में @BJP4Karnataka की विनाशकारी विरासत पर एक नज़र डालें! हम अपने लोगों से किए गए हर वादे को पूरा कर रहे हैं, कर्नाटक के भविष्य के निर्माण के लिए 52,000 करोड़ रुपये से अधिक के बजट और 52,903 करोड़ रुपये के अतिरिक्त पूंजीगत परिव्यय के साथ लागू की गई सभी पांच गारंटी.