राजस्थान में सात सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने प्रचार शुरू कर दिया है। अभी स्थानीय नेताओं के जरिए घरों में दस्तक देकर वोट मांगे जा रहे हैं। भाजपा की बात की जाए तो राजस्थान सरकार में मंत्री गौतम दक ने प्रत्याशी सुखवंत सिंह के प्रचार की कमान संभाल रखी है। वहीं, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा सहित कई नेता प्रत्याशी आर्यन जुबेर का प्रचार कर रहे हैं। लेकिन, दिवाली बाद चुनाव प्रचार में जान आएगी।माना जा रहा है कि अब चुनाव प्रचार रफ्तार पकड़ेगा और बीजेपी-कांग्रेस के दिग्गज नेता हुंकार भरते नजर आएंगे। रामगढ़ उपचुनाव में प्रचार के लिए कई नेता यहां जुटेंगे। इसके बाद वार-पलटवार होंगे। जुबानी जंग होगी। हालांकि, महाराष्ट्र और झारखंड का चुनाव भी साथ है, ऐसे में ज्यादातर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का फोकस वहां ज्यादा रहेगा।रामगढ़ उपचुनाव में यूपी से लेकर हरियाणा, उत्तराखंड के कई बड़े नेताओं को पार्टी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। अभी प्रांतीय पदाधिकारियों से लेकर प्रदेश सरकार के मंत्री मोर्चा संभाले हुए हैं। भाजपा चाहती है कि यह सीट उनकी झोली में हर हाल में आए। उसी के अनुसार तैयारियां की जा रही हैं। पदाधिकारी गांवों में डेरा डाले हुए हैं। प्रांतीय नेताओं से लेकर प्रदेश सरकार के मंत्री आए दिन रामगढ़ में पड़ाव कर रहे हैं।सीनियर नेताओं की भी सभाएं कराने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के सीएम नायब सैनी, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव के अलावा कई केंद्रीय मंत्रियों को यहां माहौल बनाने के लिए उतारा जा सकता है। हालांकि भाजपा ने अभी स्टार प्रचारकों की सूची जारी नहीं की है। बताते हैं कि 3 नवंबर के बाद माहौल पूरी तरह गरम होगा। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव हो या फिर विधानसभा के चुनाव। इनमें यही नेता उतारे गए थे। इनकी जनसभाओं का भी असर परिणाम पर दिखा था। भाजपा फिर से इन्हें यहां उतारने की तैयारी कर रही है। भाजपा प्रत्याशी की नामांकन सभा में सीएम ने शिरकत कर बता दिया है कि यह सीट मायना रखती है।