भगवान महावीर स्वामी के 2550 वे निर्वाण कल्याण के मंगल प्रसंग पर सभी जैन स्थानक एवं उपाश्रय में भगवान महावीर की अंतिम देशना उत्तराध्ययन सूत्र का श्रद्धा और आस्था के साथ लोग एवं विराजित साधु संत, साध्वियों के प्रवचनों से मंगल श्रवण कर रहे हैं। भारत जैन महामंडल बालोतरा अध्यक्ष ओम प्रकाश बांठिया ने बताया कि बेंगलुरु में उन्हें भी गणेश बाग में शिविराचार्य , तत्वज्ञ श्री विनय मुनि खींचन के सानिध्य में 36 दिन से उत्तराध्ययन सूत्र के अर्थ सहित एवं भाव के साथ, पुच्छुनम सूत्र का भी सुंदर विवेचन किया जा रहा है । राजाजी नगर श्री जैन रत्न स्थानक में आचार्य श्री हीराचंद जी महाराज साहब की आज्ञानूवृत्ति महासती श्री सुमति प्रभा जी, विदुषी साध्वी श्री वर्षा जी आदि ठाणा द्वारा भी गत 15 दिन से उत्तराध्ययन सूत्र का भाव सहित सुंदर विवेचन किया जा रहा है । वी वी पुरम महावीर नगर में कर्नाटक केशरी खद्दरदारी श्री गणेशी लाल जी महाराज साहब के सम्प्रदाय की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री चंद्र यशा जी आदि ठाणा के सानिध्य में उत्तराध्ययन सूत्र का 21 दिन से विभिन्न अनुष्ठानों के साथ आयोजन किया जा रहा है, सभी धार्मिक स्थानों पर सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु श्रावक श्राविकाओं द्वारा तप त्याग एवं उत्साह उमंग के साथ में भगवान महावीर स्वामी की अंतिम देशना को सुन रहे हैं। सभी जगह 2 नवंबर को प्रातः 6:30 बजे से उत्तराध्ययन सूत्र के मूल 36 पाठों का वाचन होगा । श्री गणेश बाग जैन स्थानक भवन में श्री वर्धमान जैन स्थानकवासी संस्थान बालोतरा के मंत्री ओमप्रकाश बांठिया का ट्रस्ट मंडल के श्री संपत राज जी एवं ट्रस्टी गणों द्वारा शाल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। बांठिया ने बालोतरा क्षेत्र में विराजित आचार्य श्री हीराचंद जी महाराज साहब के आज्ञानुवृति मधुर व्याख्यानी श्री गौतम मुनि जी महाराज साहब आदि ठाणा के सानिध्य में विशेष रूप से ज्ञान दर्शन चरित्र तप आराधना की जानकारी प्रदान की