डेंगू पाए जाने पर प्रभावित क्षेत्र में नियमित हो फॉगिंग और एंटी लार्वा गतिविधियां- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न
बूंदी। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक गुरुवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ओपी सामर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में मौसमी बीमारियों की रोकथाम तथा आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने निर्देश दिए कि प्रस्तावित पीएचसी के लिए भूमि चयन कर प्रस्ताव भिजवाए, ताकि भूमि का आवंटन करवाया जा सके। मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि इसमें प्रगति लाई जाए। साथ ही योजना के तहत जारी टीआईडी नम्बर के भुगतान की स्थिति की जानकारी लेकर लंबित प्रकरणों का निस्तारण किया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि किसी क्षेत्र में डेंगू पॉजिटिव पाए जाने की स्थिति में प्रभावित क्षेत्र में फॉगिंग और और एंटी लार्वा गतिविधियां अधिक से अधिक करवाई जाए। इसके अलावा अन्य जलजमाव वाले क्षेत्रों में नियमित रूप से यह गतिविधियां हो, इसे सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने मौसमी बीमारियों की समीक्षा करते हुए मरुधरा ऐप के माध्यम से घर घर सर्वे के बारे में जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध चिकित्सा स्टाफ, संसाधन, दवाईयों की उपलब्धता आदि की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि भूमि आवंटन के प्रकरणों में संबंधित अधिकारी स्वयं मौके पर पहुंचकर आवंटित की जाने वाली भूमि का अवलोकन करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि संस्थागत प्रसव की प्रगति को बढ़ाया जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि आमजन को चिकित्सा संस्थानों में बेहतर उपचार की सुविधा मिले। जांच के लिए रोगियों को परेशानी नहीं हो, इसकी पूर्ण सुनिश्चितता की जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी चिकित्सा प्रभारी अपने अधीनस्थ कार्मिकों के साथ नियमित बैठक लेकर बेहतर समन्वय के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में उपलब्धियां अर्जित करें।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेंद्र त्रिपाठी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश शर्मा, सभी ब्लॉक सीएमएचओ सहित चिकित्सा विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बूंदी। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक गुरुवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ओपी सामर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में मौसमी बीमारियों की रोकथाम तथा आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने निर्देश दिए कि प्रस्तावित पीएचसी के लिए भूमि चयन कर प्रस्ताव भिजवाए, ताकि भूमि का आवंटन करवाया जा सके। मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि इसमें प्रगति लाई जाए। साथ ही योजना के तहत जारी टीआईडी नम्बर के भुगतान की स्थिति की जानकारी लेकर लंबित प्रकरणों का निस्तारण किया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि किसी क्षेत्र में डेंगू पॉजिटिव पाए जाने की स्थिति में प्रभावित क्षेत्र में फॉगिंग और और एंटी लार्वा गतिविधियां अधिक से अधिक करवाई जाए। इसके अलावा अन्य जलजमाव वाले क्षेत्रों में नियमित रूप से यह गतिविधियां हो, इसे सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने मौसमी बीमारियों की समीक्षा करते हुए मरुधरा ऐप के माध्यम से घर घर सर्वे के बारे में जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध चिकित्सा स्टाफ, संसाधन, दवाईयों की उपलब्धता आदि की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि भूमि आवंटन के प्रकरणों में संबंधित अधिकारी स्वयं मौके पर पहुंचकर आवंटित की जाने वाली भूमि का अवलोकन करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि संस्थागत प्रसव की प्रगति को बढ़ाया जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि आमजन को चिकित्सा संस्थानों में बेहतर उपचार की सुविधा मिले। जांच के लिए रोगियों को परेशानी नहीं हो, इसकी पूर्ण सुनिश्चितता की जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी चिकित्सा प्रभारी अपने अधीनस्थ कार्मिकों के साथ नियमित बैठक लेकर बेहतर समन्वय के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में उपलब्धियां अर्जित करें।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेंद्र त्रिपाठी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश शर्मा, सभी ब्लॉक सीएमएचओ सहित चिकित्सा विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।