शंकर लाल बिलोची का हुआ मरणोपरांत नेत्रदान
बेटियों ने संपन्न कराया पिता का नेत्रदान
बून्दी। शाइन इंडिया फाउंडेशन के नेत्रदान जागरुकता अभियान से बूंदी जिले में अभी तक 64 देवलोकगामियों के नेत्रदान से काफ़ी लोगों के अंधेरे जीवन में रोशनी आई है। बूंदी क्षेत्र से प्रारंभ किया गया, यह नेत्रदान अभियान अब आसपास की छोटे-छोटे गांव कस्बों में भी जा चुका है। संस्था के अनवरत जागरूकता अभियान और शोकाकुल परिवारों के सहयोग से ही यह कार्य संभव हो सका है।
बुधवार देर रात को न्यू कॉलोनी बूंदी निवासी शंकर लाल बिलोची का आकस्मिक निधन हो गया था, जिसकी सूचना मिलने पर ज्योति मित्र और समाजसेवी महेश चांदवानी ने तुरंत ही शंकर लाल के साले हरीश कुमार बिलोची को संपर्क कर जीजाजी के नेत्रदान करवाने के लिए अनुरोध किया। बूंदी क्लॉथ मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यों में अग्रणी हरीश कुमार बिलोची ने अपनी बहन सोमवती और भांजियाँ शिमला, रंजीता, प्रीति, अर्चना से शंकर विलोची के नेत्रदान के लिए सहमति प्राप्त की। सहमति मिलने पर ईबीएसआर चेप्टर के कॉर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़ ने नयू कॉलोनी सिात आवास पर पहुंच कर शंकर लाल बिलोची के नेत्रदान की प्रक्रिया परिवार के सभी सदस्यों के बीच में संपन्न करवाई। प्रक्रिया के दौरान समाज और शहर के भी कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।