दीपावली व दशहरा मेले में पर आमजन को शुद्ध खाद्य सामग्री मिले इसके प्रदेश भर में लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार निगरानी रखी जा रही है। जिससे खाद्य सामग्री विक्रेता मिलावटी सामग्री नहीं बेच सकें। शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा खाद्य पदार्थों के नमूने भी लिए जा रहे हैं। इसी क्रम में खाद्य सुरक्षा आयुक्त और जिला कलक्टर डा रविन्द्र गोस्वामी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा जगदीश सोनी ने बताया कि कोटा मे दिवाली के पहले 'शुद्ध आहार मिलावट पर वार' अभियान चलाया हुआ है. इसके तहत लगातार सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक 8 घंटे कार्रवाई करते हुए मावे और दूध के 24 नमूने लिए गए हैं. मावा और दूध मध्य प्रदेश और प्रदेश के कई इलाकों से कोटा में आया था और अलग-अलग व्यापारियों ने इन्हें मंगवाया था. फूड सेफ्टी ऑफिसर संदीप अग्रवाल, चंद्रवीर सिंह जादौन और नितेश गौतम की ओर से की इस कार्रवाई में करीब 1775 किलो मावा और 1000 लीटर दूध की जांच की गई.

*चौमहला और नीमच से आया था कोटा:*

खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन के जरिए रतलाम और चौमहला की तरफ से कोटा में माल आता है. जिसे पिकअप के जरिए दुकानों के आसपास लाया जाता है. इसके अलावा पिकअप के जरिए रावतभाटा और नीमच से भी कोटा में मावा और दूध आया था. ऐसे में दोनों से नमूने लिए हैं. यह 21 व्यापारियों का माल था, जिनमें से 23 मावे और एक दूध का नमूना लिया.

*दिल्ली से आने वाले मावे पर भी नजर:*

खाद्य सुरक्षा टीम का कहना है कि अलवर, भरतपुर मे बनने वाला मावा दिल्ली में बसों के जरिए कोटा आता है,दिल्ली से आने वाली बसों में लगातार कुछ दिनों से जांच की जा रही है , लेकिन मावा उनमें नहीं मिल रहा है. संभवत या तो आना बंद हो गया है, या फिर रूट बदल लिया है. क्योंकि बीते साल ख़ाद्य सुरक्षा टीम ने दिल्ली से कोटा आने वाला मावा बड़ी संख्या में पकडा था में आया था. अभी टीम लगातार तीन से चार दिन सुबह बसों को जाकर भी चेक कर रही है, लेकिन माल नहीं आ रहा है.टीम ने दशहरा मेला में मिल्क प्रोडक्ट्स, अवधि पार सामन व तेल को बार गर्म करने हेतु सघन जांच करते हुए एक दर्जन से अधिक प्रतिष्ठानों का निरिक्षण किया, लगातार सतत निरीक्षण के चलते आज सभी प्रतिष्ठानों पर तेल सही तरीके से काम में लेना पाया गया साथ ही दुकानदारों की जागरूकता के कारण किसी भी प्रतिष्ठान में अवधि पार सामान विक्रय करते हुए नहीं पाया गया। टीम ने दशहरा मेले से तेल , वनस्पति, जलेबी,हाथी जाम व चटनी के नमूने लिए। लिए गए सभी 29 नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट में मिलावट पाएं जाने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 को तहत कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया की दीपावली के त्यौहार तक लगातार मिलावट के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी संदीप अग्रवाल, चंद्रवीर सिंह जादौन,नितेश गौतम मौजूद रहे