कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को दिल्ली में शक्ति अभियान की मीटिंग में महिलाओं से कहा कि महिलाओं को ऑफिस में केवल को महिला संख्या दिखाने वाले सिम्बॉलिक पद स्वीकार नहीं करने चाहिए। उन्हे अपने हक के लिए लड़ना चाहिए और बड़े पदों की मांग करनी चाहिएराहुल ने महिलाओं से कहा कि आज की राजनीति में केवल पॉलिटिकल पार्टियों की ही लड़ाई नहीं होती है, बल्कि आज की राजनीति अलग-अलग विचारधाराओं की लड़ाई बन गई है। उन्होंने कहा कि आज राजनीति में लड़ाई सिर्फ सत्ता के लिए नहीं बल्कि लीडरशिप के लिए भी है।दरअसल, शक्ति अभियान महिलाओं का एक संगठन है। इसमें अलग-अलग क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने वाली महिलाएं शामिल होती हैं। यह मीटिंग शनिवार और रविवार को भी जारी रहेगी।

मीटिंग में कहा कि इंदिरा फेलोशिप जमीनी स्तर की महिला नेताओं के एक मजबूत नेटवर्क को खड़ा करने में मदद कर रहा है। साथ ही महिलाओं को समान अधिकार दिलाने के लिए भी काम कर रहा है। मैं हमेशा से महिलाओं के समान अधिकार, शिक्षा, रोजगार और समान अवसर वाली सोच के साथ खड़ा रहा हूं। हमारा भारतीय संविधान सभी प्रकार के भेदभाव को खारिज करते हुए समानता और न्याय के इन्हीं मूल्यों का प्रतीकहै।