भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत मान की कड़ी निंदा की, उन्होंने पंजाब की आर्थिक स्थिति को "वित्तीय कुप्रबंधन का ज्वलंत उदाहरण" बताते हुए कहा कि 2024-25 वित्तीय वर्ष के पहले छह महीनों में ही 18,303 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा सरकार की घोर नाकामी को दर्शाता है।
चुग ने कहा कि राज्य का 60,011 करोड़ रुपये के वार्षिक व्यय में से 78% केवल वेतन, पेंशन, ब्याज भुगतान और सब्सिडी पर खर्च हो चुका है, यह दिखाता है कि पंजाब की जनता के विकास के लिए आवश्यक संसाधनों के लिए भगवंत मान की सरकार के पास पैसे ही नहीं हैं, मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन के कारण महत्वपूर्ण परियोजनाएं अटक गई हैं, जिनकी राज्य को सख्त जरूरत है।
चुग ने कटाक्ष करते हुए कहा कि, मान सरकार न तो राजस्व जुटाने में सक्षम है और न ही अपने वादों को पूरा करने में। जिसके नतीजन, पंजाब को वित्तीय तबाही की ओर धकेल दिया गया है। 86.66% का राजस्व घाटा-राजकोषीय घाटे का अनुपात राज्य की आर्थिक दिक्कतों के गहराने को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। आम आदमी पार्टी ने चुनावी वादों में मुफ्तखोरी और अनियंत्रित खर्च की जो नीति चलाई है, उसने पंजाब की वित्तीय स्थिति को बर्बाद कर दिया है। अब समय है कि इस वित्तीय अनुशासनहीनता के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार से जवाबदेही तय की जाए, क्योंकि यह पंजाब के विकास को बाधित कर रही है।"
चुग ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस प्रकार की नासमझी और लापरवाही से भरी आर्थिक नीतियों की कड़ी निंदा करती है, जो न केवल राज्य की वर्तमान प्रगति को खतरे में डाल रही हैं, बल्कि पंजाब के भविष्य को भी अंधकारमय बना रही हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार के गैर-जिम्मेदाराना फैसले पंजाब की जनता के साथ धोखा हैं, और यह राज्य के भविष्य के साथ एक खतरनाक जुआ है।