महाराष्ट्र ने गौ माता को राज्य माता का दर्जा दे दिया है। अब बारी राजस्थान और अन्य राज्यों की है। पहले गौ राज्य माता बनेगी तभी राष्ट्र माता बनेगी। ये कहना था जयपुर आए गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा के प्रतिनिधियों का, जिन्होंने 18 अक्टूबर को जयपुर के विधानगर स्थित स्टेडियम में होने वाले गो प्रतिष्ठा आंदोलन के बारे में जानकारी दी और कहा, कि छोटी काशी जयपुर गोधज से सुशोभित होगी। इसके लिए जयपुर में गो ध्वज को स्थापित कर गौमाता को राष्ट्र राज्य-माता घोषित कराने के लिए शङ्कराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्दः जी गुलाबी नगरी आएंगे। इस मौके पर भारतीय गो क्रांति मंच के प्रतिनिधियों के साथ संत प्रकाश दास महाराज, बाबू लाल जांगिड़, , ताराचंद कोठारी, देवकी नंद पुरोहित, आशीष मीणा, संदीप सौगानी भगवान लाल सैन के साथ महाराज शंकराचार्य उपस्थित रहे। सभी ने राजस्थान में भी गो माता मो राज्य माता का दर्जा दिलाने की बात कही। उन्होंने बताया, कि 18 अक्टूबर को गुलाबी नगरी में करीब 1 लाख लोगों के जुटने की संभवना है, जो गो माता को राज्य माता और फिर राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए एकत्रित होंगे। इस मौके पर ध्वज स्थापना भी की जाएगी, जिसके लिए अविमुक्तेश्वरानन्दजी और गोपालमणि स्वयं जयपुर में होंगे। साथ ही जयपुर से सभी प्रमुख महाराज और संतों को आमंत्रित किया गया है, जो सभी एक मंच पर होंगे।दंडवत कर रहे यात्रा प्रकाश दास महाराज ने बताया, कि देश भर में इसके लिए यात्राएं हो रही हैं, जिसमें कई भक्त ऐसे हैं जो दंडवत यात्रा कर रहे हैं। साथ ही कई ने जुते-चप्पल त्याग रखे हैं तो कोई अन्य मान्यताओं के साथ यात्रा कर रहा है। सभी का मकसद सिर्फ देशी नस्ल की गायों को राज्य और राष्ट्र माता का दर्जा दिलाना है।