दीपावली को लेकर जयपुर प्रशासन ने दुकानदारों को पटाखा बेचने का लाइसेंस देना शुरू कर दिया गया है. पिछले दो दिनों में 1100 से अधिक दुकानदारों को लाइसेंस जारी किए गए हैं. इस बार पटाखे बेचने के लिए 2083 दुकानदारों ने आवेदन किए थे. पुलिस ने वेरिफिकेशन के बाद 1394 दुकानदारों को पटाखे बेचने के लायक माना है. जो दुकानदार सुरक्षा मानकों पर खड़े नहीं उतरते थे, उनका आवेदन निरस्त किया गया है. अगर यह दुकानदार मानकों को पूरा करेंगे तो वे दोबारा आवेदन कर सकते हैं. दुकानदारों को पटाखे बेचने के लिए यह लाइसेंस कुछ शर्तों के साथ दिया गया है. पहली शर्त है कि कोई भी दुकानदार किसी भी छोटे बच्चे को पटाखे नहीं बेच सकेंगे. पटाखे वयस्कों की मौजूदगी में ही दिए जाएंगे. पटाखे की दुकान के आसपास कोई धूम्रपान सामग्री, लैंप, मोमबत्ती जैसी चीजें नहीं रखेंगे. ऐसी चीजें जो आग लगा सकती हैं या उसे फैला सकती हैं, उसे दुकान के आसपास नहीं रखना होगा. बिजली का कोई तार खुला नहीं छोड़ेंगे. दुकान के ऊपर या नीचे कोई परिवार न रहता हो. दुकान के पास इमरजेंसी गेट खुला रखना होगा. दुकान में ज्यादा भीड़ नहीं इकट्ठा कर पाएंगे. इन सबके साथ दुकान में आग बुझाने के यंत्र, बालू और मिट्टी भी रखना अनिवार्य होगा. ताकि आपात स्थिति में आग को रोका जा सके. जयपुर कमिश्नरेट में पटाखों के लिए 2083 आवेदन आए हैं. सबसे अधिक पश्चिम क्षेत्र से 979 आवेदन आए हैं. पूर्व से 455, उत्तर से 213, दक्षिण से 436 आवेदन आए हैं. इनमें पश्चिम में 757, पूर्व में 284, उत्तर में 88 और दक्षिण में 265 लाइसेंस जारी किए गए हैं. बाकी को निरस्त कर दिया गया है. पंचांग के अनुसार, इस बार कार्तिक अमावस्या 31 अक्टूबर दोपहर 3 बजकर 53 मिनट शुरू हो रही है. वहीं, अगले दिन 01 नवंबर की शाम 6 बजकर 17 मिनट तक रहेगी. ऐसे में दीप दान करने के लिए 31 अक्टूबर की रात का समय ज्यादा उचित है. जयपुर में भी 100 से अधिक ज्योतिष एकमत होकर 31 अक्टूबर को दिवाली मनाने की सही तारीख बताया है. ज्योतिषियों द्वारा कहा गया है कि 31 अक्टूबर के अलावा किसी अन्य दिन दीपावली मनाना शास्त्रानुसार नहीं है.