स्कैमर्स लोगों के साथ ठगी करने के नए-नए तरीके खोज लेते हैं। अब इन्होंने जीमेल यूजर्स को निशाने पर लिया हुआ है। जीमेल के जरिये यूजर्स के क्रेडेंशियल को चुराने की कोशिश की जा रही है। हाल ही में क्लाउडजॉय के फाउंडर ने अपने एक ऐसे ही एक्सपीरियंस को साझा किया है। जिसमें उनके जीमेल के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की गई।

पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों ही काम के लिए Gmail का इस्तेमाल किया जाता है। जीमेल की सिक्योरिटी भी अपने आप में बहुत जरूरी है। कुछ छोटी-छोटी गलतियों के कारण आपकी पर्सनल जानकारी खतरे में पड़ सकती है। साइबर अपराधी लोगों के साथ स्कैम करने के लिए AI तकनीक का सहारा ले रहे हैं। स्कैमर्स AI की मदद से जीमेल के साथ छेड़खानी करने की कोशिश करते हैं।

जीमेल के जरिये ठगी की कोशिश

हाल ही में क्लाउडजॉय के फाउंडर ने अपने एक ऐसे ही एक्सपीरियंस को साझा किया है। इन्होंने कहा कि उनके पास एक कॉल आया जिसमें दावा किया गया है कि उनका जीमेल पिछले एक हफ्ते से विदेश से एक्सेस किया जा रहा है। अगर आप चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा न हो तो जरूरी है कि आप कुछ चीजों का ध्यान रखें। ताकि, कोई भी आपकी सिक्योरिटी और प्राइवेसी को खतरे में डाल पाए।

एक नोटिफिकेशन और...

क्लाउडजॉय के फाउंडर और सिक्योरिटी एक्सपर्ट सैम मिट्रोविक ने कहा ''स्कैमर्स AI तकनीक की मदद से आपके जीमेल को निशाना बना रहे हैं। इन्होंने कहा उनके जीमेल अकाउंट की रिकवरी के लिए उनके पास एक नोटिफिकेशन आया। इसके कुछ समय बाद कॉल आया, जिसमें दावा किया गया कि उनका मेल पिछले कई दिनों से कोई और एक्सेस कर रहा है।''

इस दावे के बाद जब मिट्रोविक ने अपने स्तर पर इसकी जांच करने की कोशिश की तो उन्हें पता चला कि असल में उनके जीमेल अकाउंट का एक्सेस प्राप्त करने के लिए स्पूफिंग की कोशिश की जा रही थी। इसमें AI वॉयस बॉट, Salesforce CRM का इस्तेमाल किया जा रहा था। मेल का एक्सेस पाने और क्रेडेंशियल्स को चुराने का कई बार प्रयास किया गया, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाए।