विजयादशमी पर्व से पूर्व आखिरकार बन ही गई कॉलोनी की डामर सड़कें

- थैंक्स टु काउंसिलर रितेशसिंह चौहान, जिन्होंने पहले ही चेता दिया था कि कोई हादसा होने पर तमाम जिम्मेदारी रूडिप की रहेगी

आबूरोड। चलो, आखिरकार विजया दशमी पर्व से पूर्व ही आबूरोड की रेलवे कॉलोनी में खुदाई कर तोड़ी गई डामर की सड़कें फिर से बन ही गई। इसका थैंक्स पार्षद रितेश सिंह चौहान को ही देना पड़ेगा। दरअसल यह पार्षद रितेश सिंह चौहान ही है, जिन्होंने इन खस्ताहाल हो चुकी सड़कों की आवाज उठाई और वह आवाज एल एंड टी कम्पनी के बहरे कानों पर जा टकराई तो वह हरकत में आई और एलएंडटी कम्पनी ने सड़कों का आखिरकार नवनिर्माण करवाने में कोई कोताही नहीं बरती। ये वे ही रितेशसिंह चौहान है जिन्होंने रूडिप के अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखकर बताया था कि लग भग पांच माह से सीवरेज पाइपलाइन बदलने का कार्य चलते एल एंड टी की ओर से कॉलोनी की सड़कों को तोड़ डाली गई है। जिसके पश्चात टूटी सड़कों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। टूटी सड़कों के कारण कई बाइक सवार कितनी बार गिर चुके हैं। जिसमें कइयों को गंभीर चोटें तक आ चुकी हंै। रेलवे कर्मचारी सही समय पर अपने गन्तव्य तक पहुंच नहीं पाते। बारिश के दिनों में हालत और भी ज्यादा खस्ता हो जाती है। पार्षद रितेश सिंह ने अभी हाल ही में चेताया था कि रेलवे ग्राउंड में पालिका की ओर से विजयादशमी पर्व का भव्य रूप से आयोजन किया जाना है। जिसके अन्तर्गत शहर की लगभग पांच हजार से ज्यादा जनता रेलवे ग्राउंड पर एकत्रित होती है। शहर से इतनी ज्यादा संख्या में भीड़ का आना और ऊपर से कॉलोनी की सड़कों की खस्ता हालत। ऐसे सूरत-ए-हाल में विजयादशर्मी के कार्यक्रम के दौरान कोई अनहोनी या दुर्घटना होने से सही समय पर फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस जैसे अति आवश्यक वाहन टूटी सड़कों के कारण नहीं पहुंच पाए तो घटना की समस्त जिम्मेदारी रूडिप की रहेगी। अब कॉलोनी की सड़कें बनने से कॉलोनी वासियों के साथ दशहरा उत्सव में आने वाली जनता को भी भारी राहत मिल सकेगी। 

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