इन 10 महीने में प्रदेश में व्यवस्थाएं बिगड़ गई है। भाजपा को खाद-बीज, पानी बिजली सड़क व शिक्षा जैसे मुद्दों पर बात करनी चाहिए। इन लड्डू-जलेबी में कुछ नहीं रखा।ये बात सचिन पायलट ने गुरुवार को अपने अजमेर दौरे के दौरान कही। वे पुष्कर व किशनगढ़ के सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद अजमेर के सर्किट हाउस में पहुंचे थे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा। इस दौरान पायलट ने कहा- सरकार में कुछ भी ठीक नहीं। अफसरशाही हावी है। सत्ता के कई केन्द्र बने हुए है। सत्ता व संगठन एक मत नहीं होकर कन्यफ्यूज है। मंत्री इस्तीफा देकर बैठे है और पता नहीं कि वे मंत्री है या नहीं। मुख्यमंत्री को खुलकर काम करने की छूट नहीं है। विकास के लिए बजट आवंटन नहीं हो रहा है। इसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है।जिले के सवाल पर पायलट ने कहा- निर्णय तो सरकार ले नहीं पा रही । जो भी निर्णय ले, जनता के हित में लेना चाहिए। पिछली सरकार ने जो भी काम किए, उसे बेहतर नहीं कर सकते तो उसे बंद नहीं करना चाहिए। सरकार को अपना हित साधने के बजाय जनता के काम करने चाहिए। हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर पायलट ले कहा- सारे अनुमान, उम्मीद, सर्वे, फीडबैक जिस दिशा में संकेत करता था, उसके अनुरूप परिणाम नहीं आया। जो पूरे देश में सर्वसम्मति से मानते थे कि यहां हम सरकार बनाएंगे। जब अचानक परिणाम बदले तो भाजपा को बढ़त मिली। इलेक्शन कमीशन को कुछ लिखित शिकायतें दी गई हैं। लेकिन यह बात सच है कि उम्मीद से बिल्कुल विपरीत परिणाम आए। सभी लोग मानते थे कि दस साल से जो सरकार थी, उससे न तो जनता खुश थी और न भाजपा। यही कारण रहा कि नौ साल बाद मुख्यमंत्री बदला गया। इन परिणामों की कांग्रेस समीक्षा करेगी। जम्मू कश्मीर में जो गठबंधन को स्प्ष्ट बहुमत मिला। वहां पर भी अड़चनें लगाई गई, लेकिन लोगों ने समझदारी की और सरकार बनाई। वहां सरकार बनाएंगे और विकास के साथ रोजगार के अवसर बढाएंगे। यहां एक नई शुरुआत होगी।